ज़िले में चार स्तर पर होगा छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन
विभागीय पोर्टल में योजनाओं की जानकारी अद्यतन करते रहें अधिकारी
समय सीमा की बैठक में कलेक्टर पी.एस.एल्मा ने दिए निर्देश
धमतरी। राज्य शासन की मंशा अनुरूप आगामी 06 अक्टूबर से छत्तीसगढ़ की पारंपरिक खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2022-23 का आयोजन किया जाना है। इसके मद्देनजर आज की समय सीमा की बैठक में कलेक्टर पी.एस.एल्मा ने खेल विभाग को आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए। साथ ही ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में आयोजित होने वाले खेलों के लिए संबंधित अधिकारियों को व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में छत्तीसगढ़ के पारंपरिक 14 खेल विधाओं में प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इन खेल विधाओं में गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी, बाटी (कंचा), बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़ और लम्बी कूद की प्रतियोगिताएं तीन आयु वर्ग में आयोजित की जानी है। इसमें 18 वर्ष तक, 18 से 40 और 40 वर्ष से अधिक उम्र की महिला एवं पुरूष प्रतिभागी हिस्सा ले सकेंगे।
राजीव युवा मितान क्लब स्तर पर 06 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक पहले स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। इसके बाद जोन स्तर पर 15 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक, विकासखण्ड/नगरीय क्लस्टर स्तर पर प्रतियोगिताएं 27 अक्टूबर से 10 नवम्बर तक आयोजित की जाएंगी। ज़िले में चौथा और अंतिम स्तर जिला स्तर पर 17 नवम्बर से 26 नवम्बर तक आयोजित होगा। इसके बाद यहां के विजेता संभाग स्तर पर 05 दिसम्बर से 14 दिसम्बर तक आयोजित छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में भाग लेंगे। राज्य स्तर पर छठवां स्तर का छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 28 दिसम्बर 2022 से 06 जनवरी 2023 तक खेला जाएगा। कलेक्टर ने ज़िले में आयोजित होने वाले छत्तीसगढ़िया ओलंपिक को प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल की मंशा के हिसाब से पूरे उत्साह और उमंग के साथ आयोजित करने और लोक खेलों के खिलाड़ियों को बढ़-चढ़कर सम्मिलित करने प्रोत्साहित करने पर जोर दिया है।
ज़िले में जैविक खेती को बढ़ावा देने किए गए प्रयास की प्रगति की जानकारी देते हुए उप संचालक कृषि ने बताया कि वर्ष 2018-19 से वर्ष 2021–22 तक नगरी के 24 गांव में कुल एक हजार 271 किसानों ने एक हजार 260 हेक्टेयर में जैविक खेती की है। इसमें सुगंधित धान की खेती जैविक खेती मिशन और परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत की गई है। किसानों द्वारा पूसा बासमती, नगरी दुबराज, दुबराज, बादशाह भोग धान लगाया गया। कृषि विभाग द्वारा जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए जैविक कीट नाशक, वर्मी खाद प्रदाय किया गया है और किसानों को समय-समय पर समसामयिक सलाह भी दी गई। वर्ष 2021-22 में जैविक खेती मिशन के तहत 180 हेक्टेयर में सुगंधित धान लगाया गया है। पिछले साल किसानों द्वारा उत्पादित 328.83 मीट्रिक टन सुगंधित धान प्रति क्विंटल औसतन पांच हजार रुपए की दर से बेचा गया। इस साल भी 450 किसानों द्वारा 180 हेक्टेयर में जैविक खेती की जाएगी। बताया गया कि सामान्य खेती को जैविक खेती में बदलने के लिए तीन साल परिवर्तन काल की आवयश्कता होती है। कलेक्टर ने सुगंधित धान की खेती को और बढ़ावा देने के लिए प्रयास करने पर बल दिया।
आज सुबह 11 बजे से आहूत समय सीमा की बैठक में कलेक्टर श्री एल्मा ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपने विभागीय पोर्टल को हमेशा अद्यतन रखें, जिससे कि जिले में योजनाओं के क्रियान्वयन की वास्तविक और अद्यतन स्थिति पोर्टल में प्रदर्शित हो। उन्होंने ज़िले के राजीव युवा मितान क्लब की गतिविधियों की जानकारी खेल अधिकारी से मांगी। बताया गयाकि अब क्लब की सभी गतिविधियों की ऑनलाइन एंट्री की व्यवस्था की गई है। बैठक में कलेक्टर ने उच्च कार्यालयों से प्राप्त पत्र, जनचौपाल, समय सीमा के विभागों में लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए उनका गुणवत्तापूर्वक निराकरण के निर्देश अधिकारियों को दिए। इस मौके पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती प्रियंका महोबिया, अपर कलेक्टर चंद्रकांत कौशिक सहित ज़िला स्तरीय अधिकारी और स्वान के वीसी से ब्लॉक स्तरीय अधिकारी जुड़े रहे।