1990 में स्वर्गीय पंडरी कृदत्त राव जी के नेतृत्व में बलिदानी जत्था में धमतरी के कुछ कारसेवक हुए थे गिरफ्तार
धमतरी । लंबे अरसे के बाद राम जन्मभूमि का मुद्दा अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यह मुद्दा अब समाप्त हो चुका है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले आने के बाद धमतरी में भी लोगों में हर्ष व्याप्त है एवं यहां के लोगों का कहना है कि आज नहीं तो कल या फैसला होना ही था और फैसले का हम सब सम्मान करते है।
सन 1990 में धमतरी से सरगी पंढरी राव जी की दत्त के नेतृत्व में बलिदानी जत्था के रूप में यहां से कुछ कारसेवक अयोध्या रवाना हुए थे जिनमें से कुछ कारसेवकों को फतेहपुर में गिरफ्तार कर लिया गया था अपनी यादों को ताजा करते हुए यादवेंद्र दीवान उर्फ यदु एवं कृष्णा राव जगताप ने बताया कि राम मंदिर निर्माण के लिए धमतरी से बलिदानी जत्था 25 अक्टूबर 1990 को रवाना हुआ था।उनका जत्था जैसे ही इलाहाबाद के नैनी स्टेशन में दाखिल होने के पश्चात किले के हनुमानजी के मंदिर में शरण लिए एवं आचार्य धर्मेंद्र के नेतृत्व में हजारों की संख्या में कारसेवक कंपनी गार्डन से अयोध्या के लिए रवाना हुए थे इलाहाबाद के लगभग 7 किलोमीटर आगे पहुंचने के पश्चात फाफामऊ के पास तकरीबन शाम 6 बजे पुलिस बल एवं अर्द्धसैनिक बल के द्वारा लाठीचार्ज व फायरिंग किया गया जिसके बाद जत्था में भगदड़ मच गया जिसमें कई लोग घायल भी हुए और कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी हुई। धमतरी से यादवेंद्र दीवान एवं कृष्णा राव जगताप सहित अन्य लोग भी गिरफ्तार किए गए। सभी कारसेवकों को 28 अक्टूबर 19 90 को फतेहपुर विजयपुर के कृषि मंडी बनाये गए अस्थाई जेल में 10 दिन रखा गया जहाँ से कोर्ट के आदेश के पश्चात 6 नवंबर को निशर्त रिहा किया। भाजपा कार्यकर्ता श्री यादवेंद्र एवं पूर्व शिवसेना अध्यक्ष कृष्णा राव ने राम जन्मभूमि के स्वर्णिम एवं ऐतिहासिक पल पर छग.आरएसएस के संस्थापक स्वर्गीय दादा पंडरीराव जी कृदत्त जी को याद करते हुए कहा कि अगर वह हमारे बीच आज होते तो हमारी खुशियां दोगुनी ज्यादा होती, क्योंकि उन्हीं के मार्गदर्शन में यहां के लोग राम जन्मभूमि के निर्माण के लिए अयोध्या के लिए अपनी जान की बिना परवाह किए बगैर कूच किये थे जिनके बदौलत आज न्यायालय के फैसले से उनका भी सपना सच हुआ।