भिलाई। छत्तीसगढ़ प्रदेश की वर्षगाँंठ पर 1 से 3 नवम्बर को रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में भिलाई इस्पात संयंत्र के जनसम्पर्क विभाग द्वारा इस्पात निर्माण, उत्पादों व विभिन्न प्रक्रियाओं तथा सीएसआर गतिविधियों से संबंधित प्रदर्शनी लगायी गयी है। 1 नवम्बर को छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्योत्सव-2019 का समारोहपूर्वक उद्घाटन किया। इस दौरान उनके साथ मंत्रीगण उपस्थित थे। उद्घाटन पश्चात् अतिथियों ने राज्योत्सव-2019 में लगे प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
प्रदर्शनी में भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा रावघाट वनाँचल क्षेत्र में सीएसआर गतिविधियों के तहत किए गए कार्यों को बखूबी दर्शाया गया है। इसके तहत संयंत्र हेतु आयरन ओर खनन एवं भिलाई की भविष्य की जीवनरेखा समझी जाने वाली रावघाट माइंस तक पहँुचने के लिए बिछाई जा रही रेलवे लाइन, रावघाट वनाँचल क्षेत्र के तहत आने वाले ग्रामों के आदिवासी बच्चों हेतु डीएव्ही स्कूल का संचालन जहाँ छात्रों को शिक्षा से संबंधित जरूरी सामग्रियों को नि:शुल्क प्रदान किया जाता है, साथ ही नि:शुल्क आईटीआई प्रशिक्षण, नर्सिंग प्रशिक्षण, स्वास्थ्य सुविधाएँ जैसे: स्वास्थ्य शिविर, नेत्र शिविर, खेल-मेला आदि को प्रदर्शनी में दर्शाया गया है। इसके अतिरिक्त सडक़ों का निर्माण, रेलवे लाईन क्षेत्र के विस्थापित परिवार को बीएसपी में नौकरी एवं मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन कार्यक्रम को भी राज्योत्सव के प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया है। विदित हो कि सभी गतिविधियों को पैनल एवं मॉडल के माध्यम से चित्रित करके प्रदर्शित किया गया है।
राज्योत्सव में सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के 60 वर्ष की इस्पात निर्माण और देश में विभिन्न परियोजनाओं हेतु इस्पात की आपूर्ति के योगदान को भी पैवेलियन में पैनल के माध्यम से बखूबी दर्शाया गया है जो बड़ी संख्या में लोगों को आकर्षित कर रहा है। भिलाई इस्पात संयंत्र भारतीय रेलवे और अधोसंरचना के निर्माण में तथा रक्षा, अंतरिक्ष अनुसंधान और ऊर्जा क्षेत्र जैसे महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिये आवश्यक ग्रेड का गुणवत्तायुक्त सर्वश्रेष्ठ इस्पात उपलब्ध करा रहा है, इसे भी प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया है। भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में योगदान तथा गतिविधियों के संचालन को एक वट-वृक्ष के रूप में प्रदर्शित किया गया है।