रायपुर। संभागीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं तथा रायपुर जिले के स्वास्थ्य विभाग की टीम के अलावा अन्य टीमें भी लगातार शहर के विभिन्न वार्डों में दौरा कर लोगों को क्लोरिन की दवाईयां बांट रही है, बावजूद इसके पीलिया पर लगाम नहीं लग पा रहा है।
राजधानी रायपुर में पीलिया का प्रकोप दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बाद भी यह पता नहीं चल पा रहा है कि आखिर पीलिया क्यों फैल रहा है? इधर निगम अमले ने प्रभावित इलाकों में पखवाड़े भर पूर्व ही पाईप लाइन बदल दिया था। इसके अलावा प्रभावित इलाकों में विशेष साफ-सफाई अभियान, दवाईयों का छिड़काव, क्लोरिन टेबलेट का वितरण आदि किया था। स्वास्थ्य विभाग के अमले ने भी प्रभावि क्षेत्रों में स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन कर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया था। इसके बाद भी पीलिया पर प्रभावी रोकथाम नहीं लग पा रहा है। अब मैदान में संभागीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं के साथ ही रायपुर जिले के स्वास्थ्य विभााग की टीम, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानिन भी घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रही है। इसके बाद भी शहर में पीलिया पर प्रभावी रोक नहीं लग पाया है जो कि चिंता का विषय है। रायपुर शहर में पीलिया परीक्षण के लिए अब तक 184 सत्र हो चुका है, 19655 घरों को चिन्हांकित कर परीक्षण किया जा चुका है। वहीं शहर में करीब 3 हजार लोगों का रक्त परीक्षण किया जा चुका है जिनमें कुल 476 वायरस हेपेटाइटिस मरीज मिले हैं। शहर में पीलिया के 37 मरीज शासकीय अस्पतालों में तथा 33 मरीज निजी अस्पतालों में भर्ती हैं। इस तरह शहर में कुल दो मरीजों की मृत्यु के बाद पीलिया के 70 मरीज सामने आ चुके हैं।