नई पीढ़ी को डॉ. वाकणकर के जीवन और भारतीय संस्कृति से परिचित कराएं: सुश्री उइके
रायपुर। राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने महान पुरातत्वविद् पद्मश्री डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर की जयंती पर उन्हें नमन किया है। उन्होंने कहा है कि वे महान चित्रकार थे। वाकणकर ने भारत की प्राचीन सभ्यता और संस्कृति को विश्व पटल पर स्थापित किया। उन्होंने हमारी महानतम सभ्यता की श्रेठता को आधुनिक विज्ञान के आधार पर प्रमाणित किया। डॉ. वाकणकर ने भीम बेटका के प्राचीनतम शैलाश्रयों की खोज की, जिसे यूनेस्को ने मान्यता दी और विश्व धरोहर घोषित किया। उन्होंने भारत, अमेरिका सहित यूरोप के विभिन्न देशों मे 4000 से अधिक शैलाश्रयों की खोज एवं अध्ययन किया। वाकणकर का छत्तीसगढ़ से भी संबंध रहा है। छत्तीसगढ़ के प्राचीनतम स्थल मल्हार में उनका आगमन हुआ था। राज्यपाल ने कहा कि आइए आज इस अवसर पर हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करें। साथ ही डॉ. वाकणकर के जीवन और भारतीय सभ्यता-संस्कृति से नई पीढ़ी को भी परिचित कराएं।