लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से
जिलों में चल रहे रोजगार मूलक विकास कार्यों की समीक्षा की
रायपुर। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री और कांकेर, कोण्डागांव और नारायणपुर जिले के प्रभारी मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने कलेक्टरों को डीएमएफ या अन्य मदों से जिलों के सभी गांवों को सेनेटाईज करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराने में विशेष ध्यान रखें। मंत्री गुरू रूद्रकुमार आज अपने निवास कार्यालय सतनाम सदन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वनांचल क्षेत्रों में तेन्दूपत्ता संग्रहण और अन्य लघुवनोपज की समर्थन मूल्य पर खरीदी व्यवस्था की भी समीक्षा की।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने कलेक्टरों से चर्चा कर जिलों में संचालित रोजगार सृजन कार्यक्रम अंतर्गत मनरेगा कार्यों, जिलों के महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा किए जा रहे कार्य, विभिन्न अधोसंरचना संबंधी निर्माणाधीन कार्य एवं संचालित सभी विभागीय गतिविधियों तथा रोजगारमूलक कार्यों की प्रगति की जिलेवार जानकारी ली। कलेक्टरों ने बताया कि सभी जिलों में लॉकडाउन के दौरान संकट की इस घड़ी में जनसुविधा को ध्यान में रखते हुए विभिन्न राज्यों और रोजगार मूलक कार्यों तथा वनोपज संग्रहण आदि के माध्यम से लोगों को आसानी से रोजगार मुहैया कराया जा रहा है।
मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने लॉकडाउन फंसे हुए अन्य राज्यों के श्रमिकों एवं विदेश प्रवास से आने वाले लोगों की आवश्यक चिकित्सा परीक्षण संबंधी कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने राज्य के बाहर से आने वाले विद्यार्थियों और श्रमिकों को लिए सभी जिलों में बनाए गए राहत शिविरों और क्वारेंटाइन की व्यवस्था के संबंध में जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से इस संबंध में उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी ली। चर्चा के दौरान कलेक्टरों ने बताया कि सभी जिलों में तथा अन्य प्रदेशों से आए लोगों और अन्य लोगों के लिए आपातकालीन स्थिति में राहत शिविरों तथा अन्य व्यवस्था के लिए भवनों का चिन्हांकन सहित भोजन चिकित्सीय परीक्षण सहित अन्य व्यवस्थाओं के लिए सभी तैयारी रखी जा रही है। और इन कार्यों के लिए कर्मचारियों को तैनात करने के लिए समुचित व्यवस्था कर ली गई है।
कलेक्टरों ने चर्चा के दौरान बताया कि अन्य राज्यों से पहुंच रहे छात्रों को आश्रम और छात्रावासों में क्वॉरेंटाइन सेन्टर बनाकर रखा गया है और इनके खान-पान और चिकित्सा संबंधी समुचित व्यवस्था की गयी है, इसी तरह अन्य राज्य तथा सीमावर्ती जिलों से पहुंच रहे श्रमिकों को क्वॉरेंटाइन में रखे जाने के लिए आश्रम और छात्रावासों में आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गई है।
गुरू रूद्रकुमार ने कलेक्टरों को उनके जिले से अन्य राज्यों में फंसे श्रमिकों की अद्यतन जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि गांव के लोगों से जानकारी लेकर जिन राज्यों में श्रमिक फंसे हैं उनसे जल्द से जल्द सम्पर्क करें तथा उन्हें समुचित मार्गदर्शन और जरूरी सहायता उपलब्ध कराएं। ट्रेन से लौटने वाले श्रमिकों को अपने गंतव्य स्थान तक ले जाने के लिए स्थानीय बस आपरेटरों से भी पहले से चर्चा कर बसों की व्यवस्था कर ली जाए जिससे सुविधाजनक ढंग से अपने गांवों को लौट सकें। उन्होंने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत सूखा राशन तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से रेडी-टू-ईट खाद्यान्न वितरण के बारे में जानकारी ली।
इस अवसर पर कोण्डागांव विधायक मोहन मरकाम, अंतागढ़ विधायक अनूप नाग और कांकेर विधायक शिशुपाल सोरी ने पेयजल आपूर्ति संबंधी समस्या और सीमावर्ती राज्य से चोरी छुपे आ रहे लोगों के बारे में अवगत कराया। इस संबध में गुरु रूद्रकुमार ने सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित कर कहा कि ऐसे सीमावर्ती जिलों के चेक पोस्टों पर विशेष निगरानी रखी जाए और ऐसे स्थानों पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी जाए। उन्होंने बताया कि सभी निर्माणाधीन पेयजल योजनाओं को जल्द पूर्ण कर ली जाएगी।