मध्यान्ह भोजन खाद्यान्न वितरण में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन

बिलासपुर। कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिये शालाओं में घोषित अवकाष के दिनों में भी छात्र-छात्राओं के लिये मध्यान्ह भोजन की उपलब्धता सतत् बनी रहे। इसके लिये छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सूखा खाद्यान्न (चांवल व दाल) उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया। इसी के तहत बिलासपुर जिले के 1690 शालाओं के 1 लाख 97 हजार 402 छात्र-छात्राओं को सूखा खाद्यान्न का वितरण निर्धारित मात्रा में किया गया है। इनमें प्राथमिक शालाओं के 122566 एवं माध्यमिक शालाओं के 74836 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। खाद्यान्न वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा गया है। सूखा खाद्यान्न खाना बनाने वाले एजेंसी के प्रतिनिधि के समक्ष शाला प्रमुख, मध्यान्ह भोजन प्रभारी शिक्षक द्वारा निर्धारित मात्रा में वितरण किया गया है।
जिला शिक्षा अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार बिल्हा विकासखंड के 325 प्राथमिक, 185 माध्यमिक शालाओं के 43753 एवं माध्यमिक शालाओं के 28235 छात्र-छात्राओं को मध्यान्ह भोजन का चावल-दाल निर्धारित मात्रा में वितरण किया गया है। इसी प्रकार कोटा विकासखंड के 320 प्राथमिक शालाओं के 20850 एवं 117 माध्यमिक शालाओं के 12190, मस्तूरी के 243 प्राथमिक शालाओं के 32973 एवं 121 माध्यमिक शालाओं के 18296 तथा तखतपुर विकासखंड के 254 प्राथमिक शालाओं के 24990 एवं 118 माध्यमिक शालाओं के 16115 छात्र-छात्राओं के मध्यान्ह भोजन के लिये सूखा राशन वितरण किया गया है।

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