उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में धनत्रयोदशी पर पुरोहित परंपरा अनुसार राजाधिराज महाकाल पर चांदी के सिक्के न्यौछावर करेंगे। इन्हें अतिथि तथा सदस्यों को भेंट स्वरूप वितरित किया जाएगा। पुरोहित समिति इस बार 26 अक्टूबर को धनत्रयोदशी मनाएगी। इस बार शनिवार को संभागायुक्त अजीतसिंह, कलेक्टर शशांक मिश्र व प्रशासक सुजानसिंह रावत समिति की ओर से भगवान महाकाल की पूजा अर्चना करेंगे। धनत्रयोदशी समृद्धि व ऐश्वर्य का पर्व है। इसलिए भगवान महाकाल को चांदी का सिक्का अर्पित कर पूजा अर्चना की जाती है। भगवान पर सिक्के न्यौछावर कर समिति सदस्यों को वितरित किए जाते हैं। पुरोहित इन सिक्कों को स्थायी समृद्धि के लिए अपने कोष में रखते हैं।आयुर्वेदिक औषधालय में धनत्रयोदशी पर भगवान धन्वंतरि के पूजन की परंपरा है। प्रधान वैद्य ने बताया 25 अक्टूबर शुक्रवार को सुबह 10 बजे छत्रीचौक स्थित केंद्रीय औषधालय में भगवान धन्वंतरि का पूजन होगा। महापौर मीना जोनवाल, निगम आयुक्त प्रतिभा पाल मौजूद रहेंगे।महामंगल की जन्म स्थली कहे जाने वाले प्रसिद्ध मंगलनाथ मंदिर में मंगलवार को भौम पुष्य नक्षत्र में 264 भक्तों ने भातपूजा कराई। शुभ नक्षत्र की साक्षी में महामंगल के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त उमड़े। मंदिर प्रशासक नरेंद्रसिंह राठौर ने बताया पर्व विशेष पर 264 भक्तों ने भातपूजा तथा 6 श्रद्धालुओं ने कालसर्प दोष निवारण पूजा कराई। समिति को शासकीय रसीद से 52 हजार रुपए की आय हुई है। इसी प्रकार 84 महादेव में से एक प्रसिद्ध अंगारेश्वर मंदिर में 177 भातपूजा हुई।