गरियाबंद। अवैध कब्जे के खिलाफ चल रहे मुहिम के बीच इंदाग़ाव के सीमावर्ती जंगल मे कीमती सागौन काट रहे थे ओड़िसा के आरोपी। देर रात गश्ती दल ने घेरा बंदी किया,सागौन के 7 नग लठ्ठे के साथ एक आरोपी गिरफ्तार। अंधेरे का फायदा उठा कर 6 आरोपी भाग निकले। कीमती इमारती सागौन के नाम से प्रचलित इंदाग़ाव परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक 1228 पिछले कुछ सालों से पड़ोसी राज्य ओड़िसा के तस्करों के निशाने पर है। विभाग को सूचना मिली थी कि ओड़िसा नूवापडा जिले के तालाकोट ग्राम के आरोपी सागौन की चोरी लगातार कर रहे है। वन सुरक्षा समिति व विभागीय दल मंगलवार की रात इस इलाके में गश्ती के लिए पहूचा।उंन्हे आरी चलने की आवाज आई।घेराबंदी कर उस स्थल पर पहूँचे।कूल 7 आरोपी 5 पेड़ो की कटाई कर 7 नग लठा तैयार कर लिया था।रात 9 बजेरहा था,आरोपी बैटरी लाइट की रोशनी में दो और पेड़ो की कटाई शुरु कर दिये थे।वन विभाग की टीम पकड़ने पहूँची तो सातों भाग निकले। कुछ दूर तलाशी के बाद तालाकोट निवासी तुरपन माँझी उम्र 30 वर्ष को पकड़ लिया।उपसंचालक आर के रायष्त ने बताया कि 7 सायकल,2 आरी,के अलावा 6 नग सागौन लठा जप्त किया गया है। 6 आरोपी भागने में सफल हो गए।लेकिन पकड़े गए आरोपी के बयान पर 7 खिलाफ वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर। पकड़े गए आरोपी को न्यायलय में पेश किया गया। न्याययिक अभिरक्षा में गरियबन्द जेल दाखिल करा दिया गया है। एक लठ्ठे से निकले स्लीपर 5 हजार में बिकता है-सरकारी कीमत के मुताबिक एक लट्ठे की कीमत 8 सौ से एक हजार है,पर एक मे 10 नग स्लीपर निकाल ,500 के दर पर, तस्कर 5 हजार रुपया बनाते है। पिछले एक साल में भारी संख्या में ओड़िसा के तस्कर इमारती सागौन के सफाया कर दिया है।।