भिलाई। सेंटर ऑफ स्टील वर्कर्स ऐक्टू ने बताया कि, बीएसपी के अंतर्गत सेक्टर 1 पंप हाउस में विगत् 4 वर्षों से काम कर रहे 7 ठेका श्रमिकों को नए ठेकेदार ने बिना कोई पूर्व सूचना दिए व ठोस कारण बताए 21 अक्टूबर को अचानक काम से निकाल दिया है, जिससे प्रभावित श्रमिकों के सामने अचानक रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है।
उक्त ठेका श्रमिकों ने बताया कि, उन्हें मात्र 230 रू. प्रतिदिन की दर पर मज़दूरी दी जा रही थी, जबकि न्यूनतम मज़दूरी 368 रू. प्रतिदिन और एडब्ल्यूए की राशि 89 रू.मिलाकर लगभग 457 रू. बनते थे। इस तरह काम से हटा देने से निराश श्रमिकों ने सेंटर ऑफ स्टील वर्कर्स ऐक्टू के पास अपनी शिकायत दजऱ् कराई। पहले तो ऐक्टू ने ठेकेदार से निकाले गए श्रमिकों को तत्काल काम पर वापस लेने की मांँग की, किंतु जब सकारात्मक जवाब नहीं दिया तब ठेकाप्रकोष्ठ के अधिकारी से चर्चा कर उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत् कराते हुए निकाले गए श्रमिकों को तत्काल काम पर रखने की मांँग की। जिस पर अधिकारी ने कोशिश करने की बात कही, पर अब तक उन श्रमिकों को काम पर नहीं रखा गया है। इसलिए ऐक्टू ने इसकी शिकायत रीजनल लेबर कमिश्नर, रायपुर से करते हुए 23 अक्टूबर को उन्हें ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया है।