बस स्टेण्ड परिसर अतिक्रमण की चपेट में,सुध लेने वाला कोई नहीं

बालोद। छत्तीसगढ़ का मॉडल शहीद वीर नारायण सिंह नया बस स्टैंड अपना वजूद खोने होने के कगार पर पहुंच गया है। नगर पालिका द्वारा इस बस स्टैंड पर ऑटो स्टैंड का निर्माण किया जा चुका है, तो वही टैक्सी स्टैंड भी इसी इसी बस स्टैंड में अनाधिकृत तौर पर खड़ी होने लगी, जिसके चलते आए दिन यहां दुर्घटना की स्थिति बनी रहती है, तो वहीं आने जाने वाले यात्रियों को भी बेहद ही असुविधा का सामना करना पड़ता है, हालांकि तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष यज्ञदत्त शर्मा के कार्यकाल बस स्टैंड के स्वरूप को बचाने के लिए विपक्षी पार्षदो ने विगत दिनों कलेक्टर,एसडीएम व मुख्य नगर पालिका अधिकारी को ज्ञापन सौपकर अपना विरोध प्रगट किया था, अभी देखना होगा कि जिम्मेदार अधिकारी नया बस स्टैंड के मूल स्वरूप को बरकरार रखने के लिए कार्य करें कारगर कदम उठाते हैं या फिर से राशि को खर्च करने के लिए बस स्टैंड के अस्तित्व पर सावालिया निशान खड़े करने वाले को मौन स्वीकृति प्रदान कर मॉडल कहलाने वाले बस स्टैंड पर ग्रहण लगाने वालों मेहरबानी दिखाते हैं, ज्ञात हो कि भारतीय जनता पार्टी के शासन काल मे जिले वासियो को बेहतरीन सुविधा दिलाने के लिए करोड़ो रूपये खर्च कर बस स्टैंड को अन्य जगह स्थानांतरित किया गया,परन्तु वर्तमान में यहा पर प्रतिदिन सैकड़ो ऑटो टैक्सियां खड़ी होती हैं, जिसके चलते यहां बसो को आगे पीछे करने में तथा यात्रियों को आने जाने में असुविधा का सामना करना पड़ता हैं, जिसको लेकर भी पूर्व में भी जनप्रतिनिधियों द्वारा विरोध प्रगट किया जा चुका है, परन्तु टेक्सी स्टैंड के साथ साथ नगर पालिका द्वारा बस स्टैंड के बीचों बीच ऑटो स्टैंड का निर्माण किया जा चुका है, जिससे बस स्टैंड का अपना मूलस्वरूप बेहद छोटा हो गया हैं,उसके बावजूद नगर पालिका द्वारा यह निर्माण किस आधार पर किया गया हैं, यह एक सोच का विषय हैं, तो वही इस बात की चर्चा भी हैं कि काग्रेस की सरकार आते ही जिम्मेदार शासकीय राशि का दुरूपयोग करते हुए ऐसे कार्य कर रहे हैं, जिसका लाभ आम जनता को नही मिल पा रहा हैं, परन्तु शासकीय राशि का उपयोग करने के लिए अनाप शनाप कार्य कराए जा रहे है, इसके पीछे जिम्मेदारों की क्या मंशा हो सकती हैं, इस बात का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता हैं, परन्तु शासकीय राशि का इस तरह दुरूपयोग होने से नगर वासियो में आक्रोश की स्थिति बनी हुई हैं।
प्रदेश का मॉडल बस स्टैंड अपनी बदहाली बहा रही आँसू
प्रदेश में मॉडल के रूप में पहचान बनाने वाले शहीद वीरनारायण सिंह नया बस स्टैंड इन दिनों अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही हैं, नगर पालिका प्रशासन की उदासीनता व लापरवाही के चलते बस स्टैंड के बीचोंबीच गलत जगह पर ऑटो स्टैंड का निर्माण किया गया हैं।इसमें लगभग 60 फिट की लंबाई और 12 फिट की उचे पोल लगाई गई है, जिससे बस स्टैंड की सुंदरता पर ग्रहण लग जाएगा। बस स्टैंड के आधा से ज्यादा क्षेत्र में बस नही बल्कि दूसरी गाड़ियों की पार्किग के कारण यातायात व्यवस्था बिगड़ चुकी हैं, जिससे लोगो को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता हैं, पालिका द्वारा बस स्टैंड के बीचों बीच ही ऑटो स्टैंड बनाया गया हैं, जहाँ पर अभी अस्थाई रूप से ऑटो खड़े होते है, जब स्टैंड पूरी तरह से बन जाएगा तो यहाँ स्थाई रूप से सभी ऑटो खड़ा किए जा रहे है, लेकिन इसका असर यातायात पर भी पड़ेगा, इसको लेकर आम लोगों व बस स्टेंड के व्यपारियो में नराजगी देखी जा रही हैं।क्योंकि यहीं पर पहले से ऑटो और अन्य चार पहिया खड़े होने से वैसे ही ट्रैफिक जाम की समस्या रहती है। हादसे होने का खतरा बना रहता है। इसके बाद भी नगर पालिका द्वारा जहां पर अस्थाई रूप से ऑटो खड़े किए जाते थे, वहीं पर उनके लिए स्टैंड बनाया जा रहा है।
स्टैंड निर्माण होने पर बस स्टैंड की खूबसूरती पर लग जाएगा ग्रहण
प्रदेश में मॉडल के रूप में पहचान बनाने वाले शहीद वीरनारायण सिंह बस स्टैंड की खूबसूरती पर ग्रहण लगाने के लिए पालिका प्रशासन की कार्यप्रणाली पर उठने लगे हैं सवाल,आखिर 8 से 10 ऑटो के लिए बस स्टैंड के बीचों बीच स्टैंड का निर्माण करने से नया बस स्टैंड की खूबसूरती समाप्त हो जाएगी।बस स्टैंड के मुख्य द्वार से प्रतिदिन सैकड़ो बसो की आवाजाही होती हैं, और इसी मार्ग से यात्रियों भी आना जाना करते हैं, बीच में टेक्सी स्टैंड बनने से बसो की आवाजाही से उक्त स्थल छोटा पड़ जाएगा, बस स्टैंड से दल्लीराहरा जाने वाली प्रवेश द्वार के बाई ओर खाली जमीन पड़ी हुई हैं जहाँ पर आसानी से टैक्सी स्टैंड का निर्माण किया जा सकता हैं, लेकिन पालिका प्रशासन की उदासीनता के चलते बस स्टेंड की खूबसूरती को बिगाड़ने में लगे हैं।
बस स्टेण्ड परिसर अतिक्रमण के चपेट में
बस स्टेण्ड परिसर के सामने गन्ना रस,गुपचुप,फल्ली ठेला वालो ने कब्जा कर लिया है, जिससे यात्रियों को आने जाने परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, बस स्टेण्ड परिसर के अंदर व्यपारियो ने अपने दुकानों के बहार समानो को फैलाकर रखी हैं जिसके कारण परिसर छोटा हो गया हैं। परिसर के अंदर ही निचे में चना मुर्रा की दुकाने फैलाकर अपनी दुकानदारी कर रहे हैं। इससे यात्रियों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड रहा हैं, स्टेण्ड के सामने ही ठेले वालो का कब्जा हैं, ।स्टेण्ड के सामने ही चाट,फल्ली की ठेला लगा कर लोग अपनी दुकान दारी चला रहे हैं इसके बाद भी पालिका द्वारा कोई ध्यान नही दिया जा रहा हैं,

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