नई दिल्ली। देश के किसानों को अब वाजिब दाम नहीं मिलने के कारण सड़कों पर टमाटर फेंकने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि खराब होने वाले कृषि उत्पादों के परिवहन के लिए सरकार जल्द ही किसान रेल चलाने चलाने जा रही है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किसानों की आय दोगुनी करने के पीएम मोदी के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए बीते 1 फरवरी के पेश किए गए आम बजट 2020 में किसानों के लिए खास तौर पर 16-सूत्री एक्शन प्लान का प्रस्ताव रखा है। यानी किसानों पर खुले दिल से मेहरबानी दिखायी गई है।
कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा, “किसान रेल से कृषि उत्पादों के परिवहन की समस्या का समाधान होगा, इससे उन्हें फसलों का अच्छा दाम मिल पाएगा।” किसानों को फसलों का वाजिब दाम मिलने से उनकी आमदनी में इजाफा होगा, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
किसान रेल में रेफ्रिजेटर युक्त बोगियां होंगी जिससे फल और हरी सब्जियां, दूध, मछली व अन्य कृषि उत्पाद खराब नहीं होंगे और उत्पादक क्षेत्र से बड़े शहरों के उपभोक्ता बाजार तक उनका परिवहन सुगम होगा। किसानों को इससे उनकी फसलों का उचित भाव मिल पाएगा। वित्त मंत्री की इस घोषणा के साथ किसान रेल चलाने की दिशा में रेलवे की तैयारी भी शुरू हो गई है। सूत्र बताते हैं कि इसके लिए रेफ्रिजरेटर युक्त रेल बोगियों की खरीद और बुनियादी इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने की दिशा में काम शुरू हो गया है।