2017-18 में पास हुए आरसीसी पुल को 2018-19 का बताकर गुमराह
कोरबा। खनिज निधि से एक निर्माण कार्य को 2 वर्ष के बाद भी पूर्ण नहीं कराया जा रहा है। मामला करतला जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत कथरीमाल का है जहां निर्माण कार्यों के लिए निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। सत्र 2017-18 में पास हुए आरसीसी पुलिया निर्माण कार्य भाठापारा जिसके लिए प्रशासन ने खनिज निधि से 19.98 लाख रुपये रुपये की स्वीकृति दी है, को 2 वर्ष बीत जाने के बाद भी पूर्ण नहीं कराया जा सका है। ग्रामीणों को मजबूरन पुल के नीचे से नाले को पार कर आना-जाना पड़ता है। निर्माण एजेंसी ने न केवल निर्माण कार्य में लापरवाही बरती है बल्कि आरोप है कि निर्माण कार्य को दर्शाने वाली पट्टिका में भी भ्रष्टाचार कर स्वीकृति वर्ष के साथ ग्रामीणों एवं प्रशासन को गलत जानकारी दी है। इस कार्य की स्वीकृति प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर सत्र 2017-18 में हुई है जबकि सरपंच रामकुमार बियार द्वारा इस पर सत्र 2018-19 अंकित कराया गया है। हैरानी की बात ये है कि पुल को 2 वर्ष हो गए और अभी तक केवल विंगवाल ही तैयार किया जा सका है। गलत जानकारी प्रदर्शित कर किया गुमराह भी किया जा रहा है। ग्रामीणों के मुताबिक आरसीसी पुल निर्माण कार्य सत्र 2017-18 में स्वीकृत हुआ था जिस पर निर्माण एजेंसी सरपंच द्वारा भ्रमित करने के उद्देश्य से गलत जानकारी दिया जा रहा है जिससे सभी भ्रम में हंै।
शिकायत मिली है, जल्द कार्य पूर्ण कराएंगे
इस संबंध में सरपंच रामकुमार बियार ने कोई जवाब न देते हुए फोन काट दिया। जनपद पंचायत करतला के सीईओ जी के मिश्रा ने कहा कि स्वीकृति सत्र को गलत दर्शाने की शिकायत मिली है, उसे सुधारने हेतु निर्देश दिए जाएंगे तथा 2 वर्ष से लंबित कार्य को पूरा नहीं करने के लिए संबंधित निर्माण एजेंसी से जानकारी लेकर जल्द से जल्द पूर्ण कराया जाएगा। ग्राम पंचायत कथरीमाल के वार्ड क्रमांक 3 पंच मालिकराम राजवाड़े का कहना है कि 2 वर्षों से भी ज्यादा समय से पुल निर्माण कार्य अधूरा है जिसकी ग्रामीणों ने प्रशासन से भी शिकायत की थी परंतु कोई कार्यवाही नहीं हुई। ग्रामीणों में अधूरे कार्यों को लेकर रोष है। चुनाव नजदीक है जिसे देखते हुए कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण कराया जाना चाहिए।