केकराखोली के ग्रामीणों को कलेक्टर ने दी समझाइश, कहा- सहभागिता से योजनाओं का लाभ लें

कलेक्टर-सीईओ ने ग्राम छिंदभर्री, बगरूमनाला, केकराखोली, डोकाल का सघन दौरा कर जानी जमीनी हकीकत
धमतरी । कलेक्टर रजत बंसल तथा जिला पंचायत की सी.ई.ओ. नम्रता गांधी ने शुक्रवार 13 दिसम्बर को नगरी एवं मगरलोड विकासखण्ड के विभिन्न ग्रामों का दौरा कर शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की जमीनी हकीकत जानी। इस दौरान अधिकारी द्वय नगरी विकासखण्ड के ग्राम छिंदभर्री, चनागांव, बगरूमनाला, सियारीनाला, गुहाननाला, गजकन्हार, डोकाल तथा मगरलोड के ग्राम केकराखोली का सघन दौरा कर ग्रामीणों से रू-ब-रू हुए।
कलेक्टर एवं सी.ई.ओ. शुक्रवार को दोपहर ग्राम पंचायत छिंदभर्री पहुंचे, जहां पर महिला स्वसहायता समूह की महिलाओं से भेंट कर उनके द्वारा उत्पादक कार्यों की जानकारी ली। कलेक्टर ने समूह के द्वारा डबरी निर्माण, भूमि सुधार कार्य के तहत कतिपय कामों का सफल क्रियान्वयन देखा। इस दौरान महिलाओं ने कुछ घरों में बॉयोगैस संयंत्र सही ढंग से काम नहीं करने की बात कही, जिस पर कलेक्टर ने क्रेडा विभाग के अधिकारी को यहां स्थापित संयंत्रों का परीक्षण करने और कमी दूर करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीणों को प्रत्येक घर में किचन गार्डन विकसित करने की भी सलाह दी। साथ ही सामुदायिक शौचालय के लिए ग्राम पंचायत के सचिव को प्रस्ताव तैयार कर जनपद पंचायत नगरी को प्रेषित करने के लिए निर्देशित किया। इसके अलावा सुराजी गांव योजनांतर्गत पारम्परिक गौठानों को शासन की मंशा के अनुरूप विकसित कर पानी, चारा, शेड सहित जरूरी चीजें विकसित करने की बात कही।
तत्पश्चात् अधिकारीद्वय ग्राम सियारीनाला पहुंचे, जहां पर धान खरीदी केन्द्र का निरीक्षण किया। साथ ही यहां स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र का भी दौरा किया, जहां पर नौनिहालों से मुखातिब होते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से कुपोषित बच्चों की जानकारी ली तथा केन्द्रों गर्भवती महिलाओं और बच्चों को परोसे जाने वाले भोजन के मीनू के संबंध में पूछताछ की। इसके बाद ग्राम बगरूमनाला के मिडिल स्कूल का आकस्मिक निरीक्षण उन्होंने किया। इस दौरान क्लासरूम में जाकर बच्चों व शिक्षकों से चर्चा भी की। शिक्षकों को ‘परख’ के तहत स्कूल की रैंकिंग के संबंध में चर्चा कर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए निर्देशित किया। तदुपरांत ग्राम गुहाननाला में प्राकृतिक संसाधन आधारित विकास योजना के क्रियान्वयन के बारे में पड़ताल की। ग्राम के 16 परिवारों के द्वारा 13 एकड़ खेत में मौसमी सब्जियों का उत्पादन किया जा रहा है, जिस पर कलेक्टर ने उत्पादन क्षमता को बढ़ाने विभागीय अधिकारियों के सम्पर्क में रहकर तकनीकी जानकारी लेने और जैविक खाद का प्रयोग कर सब्जियां उत्पादित करने पर जोर दिया। इसी तर्ज पर अन्य ग्रामों में भी सब्जियों की फसल लेने और ग्रामीणों का मार्गदर्शन करने के निर्देश कृषि, उद्यानिकी तथा पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। इसके बाद उन्होंने ग्राम गजकन्हार में गुहाननाला की भांति एफआरए (हमर जंगल हमर आजीविका) कार्यक्रम के अंतर्गत रोजगारमूलक संसाधन सृजित करने पर जोर दिया। यहां पर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना के तहत 94 एकड़ क्षेत्र में भूमि सुधार, डबरी निर्माण, भूमि समतलीकरण आदि कार्य किए गए हैं, जिसकी कलेक्टर ने प्रशंसा की।


हमर जंगल हमर आजीविका के अंतर्गत विभिन्न कार्यों का अवलोकन


तदुपरांत मगरलोड विकासखण्ड के सरहदी ग्राम केकराखोली में कलेक्टर ने एफ.आर.ए. के अंतर्गत हमर जंगल हमर आजीविका के अंतर्गत विभिन्न कार्यों का अवलोकन किया। केकराखोली के 32 परिवारों के द्वारा सामुदायिक सहभागिता से 64 एकड़ रिक्त भूखण्ड को विकसित कर वहां फल, फूल एवं सब्जी आदि का उत्पादन लिया जा रहा है, जिससे उन्होंने नियमित रूप से आय प्राप्त हो रही है। यहां पर उन्होंने केले की नर्सरी का भी निरीक्षण किया, जहां केले के पौधे सूखते पाए गए। इस पर उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि केकराखोली को हमर जंगल हमर आजीविका के तहत आदर्श गांव बनाने प्रशासन द्वारा संबंधित विभागों के सहयोग और समन्वय से मूलभूत अधोसंरचना विकसित की गई हैं, जिसमें पानी हेतु मोटरपम्प, सौर संयंत्र, डबरी निर्माण के अलावा पौधे आदि मुहैय्या कराए गए हैं। ऐसे में उपलब्ध संसाधनों भरपूर उपयोग न होना उचित नहीं है। कलेक्टर ने ग्रामीणों को समझाइश देते हुए कहा कि शासन द्वारा उपलब्ध कराए गए साधनों एवं संसाधनों को वे बेहतर एवं विवेकपूर्ण ढंग से इस्तेमाल करें, जिससे कि शासन का लक्ष्य पूरा हो सके।

प्राकृतिक जलप्रपात का अवलोकन

इसके बाद वे नगरी विकासखण्ड के ग्राम डोकाल पहुंचे। यहां समीप के ग्राम कोर्रा से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर प्राकृतिक जलप्रपात हनुमानधारा का अवलोकन किया तथा वन विभाग के अधिकारी को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए पहुंच मार्ग एवं जलप्रपात क्षेत्र में आवश्यक सुविधाएं विकसित करने के लिए शासन को प्रस्ताव प्रेषित करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।

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