भिलाईनगर। संयंत्र के जवाहरलाल नेहरु चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र के सभागार में, प्रसूति एवं स्त्रीरोग विभाग द्वारा हाल ही में प्रसवकालीन परिणाम के अनुकूलन विषय पर आरसीएच कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला निदेशक प्रभारी डॉ.एस.के.इस्सर, निदेशक डॉ.जी. मालिनी एवं संयुक्त निदेशक व प्रभारी आरसीएच डॉ.सुनीता अग्रवाल के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। इस आयोजन में डॉ.सुनीता अग्रवाल ने समन्वयक, पर्यवेक्षक और इसके अभिकल्पन में उल्लेखनीय भूमिका निभाई।
कार्यक्रम के प्रारंभ में डॉ.सुनीता अग्रवाल ने उपस्थितों का स्वागत करते हुए इस आरसीएच कार्यशाला के आयोजन एवं उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि नर्सिंग छात्रों, नर्सिंग सिस्टर्स और डीएनबी छात्रों तथा जेएलएन चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र के परामर्शदाताओं को जागरूक व प्रशिक्षित करना है। ताकि वे प्रसवकालीन परिणामों के अनुकूलन हेतु उचित निगरानी और प्रसवपूर्व व अंतर-गर्भाशयी देखभाल की भूमिका के बारे में शिक्षित हो सकें।
इस अवसर पर निदेशक प्रभारी डॉ.एस.के.इस्सर ने बेहतर प्रसवकालीन परिणाम के लिए प्रसूति और बाल रोग विशेषज्ञ की भूमिका पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने इस कार्य हेतु टीम द्वारा सामूहिक प्रयास पर भी बल दिया। वहीं निदेशक डॉ.जी.मालिनी ने उच्च जोखिम वाले कारकों पर प्रकाश डालते हुए प्रसवपूर्व परिणाम को अनुकूलित करने के लिए उचित प्रसवपूर्व प्रबंधन पर जोर दिया। इस अवसर पर संयुक्त निदेशक, बाल रोग विभाग डॉ मीरा बमानिया भी उपस्थित रहीं।
इस दौरान उपस्थित जेएलएन चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र की पूर्व एचओडी डॉ.सुलभा वावरे ने ब्रीच प्रेजेंटेशन में वजाइनल डिलिवरी की प्रक्रिया को समझाया और इन्स्ट्रूमेंटल डिलिवरी के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने सर्जिकल उपकरणों का भी प्रदर्शन किया और उनके उचित उपयोग के बारे में बताया। इस अवसर पर डॉ.ज्योति जायसवाल, प्रोफेसर, प्रसूति विभाग और स्त्री रोग विभाग, पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, रायपुर ने इंट्रापार्टम फीटल की निगरानी पर प्रस्तुति दी और लेबर के दौरान व्यवस्थित कार्डियोटोकोग्राफिक निगरानी के बारे में सुझाव दिए। वहीं डॉ.फाल्गुनी पाढ़ी, सहायक प्रोफेसर, एम्स रायपुर ने नवजात शिशुओं में चेतना लाने हेतु प्रदर्शन किया और इसके महत्व के बारे में बताया। इसी प्रकार डीएनबी छात्र डॉ.अम्मार खान और डॉ.वंदना पाटीदार ने चर्चा के लिए दो प्रसूति एवं स्त्री रोग मामलों को प्रस्तुत किया।
इस कार्यक्रम में लगभग 100 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। जिसमें ओएंडजी और बाल रोग विभाग के परामर्शदाता, डीएनबी के छात्र, स्टॉफ नर्स, पीजी कॉलेज ऑफ नर्सिंग और शंकराचार्य कॉलेज के नर्सिंग छात्र तथा कुशल बर्थ अटेंडेंट शामिल थे। परिवार नियोजन विभाग के कर्मचारियों ने सक्रिय भागीदारी के साथ इस कार्यशाला में उल्लेखनीय भूमिका निभाई। कार्यक्रम का संचालन डॉ.प्रभदीप कौर ने किया। अंत में डॉ.रोशन हुसैन ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।