भिलाईनगर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज सर्वोदयी और गांधीवादी नेता स्व. पंथराम वर्मा को श्रद्धांजलि देने एवं शोक संतप्त परिवार से मिलने पाटन ब्लॉक के ग्राम मटंग पहुंचे। उन्होंने स्वर्गीय श्री वर्मा के निधन को अपूरणीय क्षति बताया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में उन्होंने सादा जीवन उच्च विचार के सिद्धांत को आजीवन अपनाए रखा। पूरा जीवन बापू के सिद्धान्त पर चलते रहे। चरखे से सूत कातते रहे। किसी विचार को लेकर ऐसी दृढ़ता दुर्लभ ही देखने में आती है। गांधी और विनोबा के विचारों को उन्होंने आत्मसात किया था। उन्होंने सुदीर्घ और यश भरा जीवन जिया। अपने पीछे वे अपने मूल्यों की धरोहर छोड़ गए हैं। सार्वजनिक जीवन में कैसा आचरण हो, उनके जीवन से यह आदर्श मिलता है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्वर्गीय श्री वर्मा द्वारा भूदान आंदोलन के दौरान किये गए कार्यों का भी स्मरण किया। उन्होंने कहा कि ग्राम मटँग के लोगों के लिए और हम सब के लिए ये बहुत गौरव की बात है कि यह गांव और हमारा क्षेत्र इतने यशस्वी नायक की कर्मभूमि रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्र और समाज के साथ ही उनका धर्म को लेकर भी चिंतन विशद था। वे ऐसे परिवार से आये थे जहां त्याग की परंपरा रही, समाज के लिए आगे आकर काम करने की प्रेरणा रही। वे यशस्वी पिता स्व. उदयराम वर्मा के यशस्वी पुत्र थे। आध्यात्मिक क्षेत्र में भी उनका ज्ञान विशद था। वे हमेशा रामायण, महाभारत के उदाहरण देते रहते। कर्म और विचार का ऐसा सुंदर सुयोग दुर्लभ होता है। मुख्यमंत्री ने ग्राम बेलौदी में स्वर्गीय प्यारेलाल नायक को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके शोकसंतप्त परिवार को ढांढस बंधाया। ग्राम आमलोरी में मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय गजाबाई को श्रद्धांजलि दी। वे अनिल चंद्राकर की माता थीं। मुख्यमंत्री ने श्री चंद्राकर एवं शोक संतप्त परिजनों को ढांढस बंधाया।