भिलाईनगर। सेल चेयरमैन, अनिल कुमार चौधरी ने भिलाई दौरे के दूसरे दिन 7 दिसम्बर को भिलाई इस्पात संयंत्र भ्रमण की कड़ी में संयंत्र के भीतर स्थित सेफ्टी एक्सीलेंस सेन्टर का अवलोकन करने के साथ ही संयंत्र के समग्र सुरक्षा का जायजा लिया। तत्पश्चात् उन्होंने संयंत्र की महत्वपूर्ण इकाई यूनिवर्सल रेल मिल, बार एवं रॉड मिल एवं स्टील मेल्टिंग शॉप-3 का अवलोकन किया। इस दौरान सेल चेयरमैन चौधरी ने यूआरएम में सयंत्र के सीईओ अनिर्बान दासगुप्ता एवं उच्च प्रबंधन की उपस्थिति में एक महत्वपूर्ण बैठक ली। इस बैठक में आईएसपी, बर्नपुर के सीईओ एवं दुर्गापुर इस्पात संयंत्र के प्रभारी ए.व्ही.कमलाकर विशेष रूप से उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त यूआरएम व संयंत्र के अन्य विभागों के अधिकारीगण भी उपस्थित रहे। इस बैठक में रेल्स उत्पादन बढ़ाने व रिजेक्शन कम करने पर गहन विचार-विमर्श किया गया। सेल अध्यक्ष ने कहा कि, भारतीय रेलवे की बढ़ती माँग को भी हमें पूरा करना है। भिलाई बिरादरी में यह क्षमता है कि वह चुनौतिपूर्ण लक्ष्यों को हासिल करने में सफल हो सकता है।
यूआरएम में इस लम्बे बैठक के पश्चात् सेल अध्यक्ष ने बार एवं रॉड मिल एवं स्टील मेल्टिंग शॉप-3 का अवलोकन किया, जहाँ उन्होंने उत्पादन बढ़ाने के साथ ही लागत कम करने पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि, भिलाई का एसएमएस-3 स्वच्छता व कार्य वातावरण की दृष्टि से जापान के एसएमएस से भी बेहतर है। उन्होंने यहाँ कार्मिकों व अधिकारियों से मिलकर उनका हौसला बढ़ाया।
संयंत्र भ्रमण के पश्चात् सेल चेयरमैन, अनिल कुमार चौधरी ने सीईओ सभागार में बीएसपी के उच्च प्रबंधन के साथ रेल उत्पादन से लेकर संयंत्र निष्पादन एवं विभिन्न मुद्दों पर समीक्षात्मक बैठक ली। चौधरी ने प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए उत्पादन लागत को कम करने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ हमें लागत कम करने हेतु उपाय करने होंगे।