14 गांवो के किसानो ने बहुप्रतिक्षित मांग धान खरीदने की मांग को लेकर किया
धमतरी । धमतरी जिले की नगरी तहसील के माड़मसिल्ली डूबान क्षेत्र के करीब 14 गांवों के किसानों ने बहुप्रतीक्षित मांग सिहारीनाला खरीदी केंद्र में धान खरीदने की मांग को लेकर धमतरी-नगरी मुख्यमार्ग पर चक्काजाम कर दिया। किसानों का कहना है कि तीन सालों से इस धान खरीदी केंद्र को शासन व्दारा बंद कर दिया गया है जिससे डूबान क्षेत्र के दर्जनों गांवों हितली, फूरहड़धाप, जामनाला, बीजापुर, झिपाटोला, गुडरापारा, सिहारीनाला, चनागांव, छिंदभर्री, अमलीपारा, भोथापारा, माड़मसिल्ली, गेदरा, साइफनपारा के 413 किसान परिवारों को 25 किमी पहाड़ी क्षेत्रों से गुजरकर खरीदी केंद्र केरेगांव पहुंचकर धान बेचना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि किसानों की समस्याओं को देखते हुए 2016 में सिहारीनाला में धान खरीदी केंद्र खोला गया। एक साल तक धान खरीदी करने के बाद अब बंद कर दिया गया है। किसानों ने बताया कि जिले के पूर्व कलेक्टर को भी इस समस्या से अवगत करा चुके हैं। वहीं वर्तमान कलेक्टर रजत बंसल और जिला खाद्य अधिकारी बीके कोर्राम को जनदर्शन के माध्यम से समस्याओं को अवगत कराते हुए किसानों ने चक्काजाम की चेतावनी भी दी थी। किसानों की समस्याओं पर शासन.प्रशासन व्दारा ध्यान नहीं देने पर क्षेत्र के सैकड़ों किसानों ने धमतरी.नरहरपुर मार्ग पर छिंदभर्री चौक के पास चक्काजाम कर आक्रोश जताया। किसानों के आक्रोश की जानकारी जैसे ही उप तहसील कुकरेल के नायब तहसीलदार को हुई वे मौके पर पहुंचकर किसानों की समस्याओं से अवगत हुए। किसानों ने धान खरीदी केंद्र के साथ क्षेत्र में उप स्वास्थ्य केंद्र एवं पशु औषधालय की मांग करते हुए ज्ञापन दिया। नायब तहसीलदार ने नगरी एसडीएम से चर्चा होने की जानकारी दी। किसानों ने बताया कि धान खरीदी केंद्र केरेगांव गट्टासिल्ली सहकारी केंद्र की उप शाखा है। डुबान क्षेत्र के किसानों को वहां तक पहुंचने में काफी दिक्कतें होती हैं। इस दौरान पिंगल गोटा, शिवराम नेताम, सन्तराम नेताम, रामेश्वर सोरी, गैंसिंह मरकाम, जैनूराम सोरी, रोहित पडोटी, नवलूराम, धच्छूराम नेताम, गौकरण मंडावी, अनील नेताम, रीसनूराम, आत्माराम पडोटी, ईश्वर मंडावी, प्रीतराम सोरी, नरसिंह, निलेश्वर, रामभुवन, फूलसिंह मरकाम, हेमीन, नवलराम जुर्री, चन्द्रकुमार, बुधन बाई, आत्मा वट्टी, माखन, अनीता बाई, उलास बाई, राम सम्मुख सोहन मरकाम, सुखराम, अघनबाई, राजकुमारी, मोहन,जगमोहन, कृपाराम,अरूण, अखिलेश कुमार,किसन मंडावी, नरेश नेताम, कुलेश्वर मंडावी सहित सैकड़ों किसान मौजूद थे।