भिलाईनगर। संयंत्र के मानव संसाधन विकास केंद्र के सभागार में ‘हिंदी प्रश्न मंजुषा-2019’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रथम चक्र में 45 मिनट में पूरा किए जाने वाले 40 वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के माध्यम से आगे के चक्र के लिए प्रतिभागियों का चयन किया गया। इस चक्र में भिलाई-दुर्ग में स्थित विभिन्न बैंक, बीमा कंपनी, केंद्र सरकार के कार्यालय और केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम के लगभग पचास टीम ने भाग लिया। इनमें रायपुर स्थित सीपेटय खादी ग्राम उद्योग निगम, रायपुरय हस्तशिल्प विकास बोर्ड, राजनंदगांवय छत्तीसगढ़ ईस्ट रेलवे एवं वेस्ट रेलवे, रायपुर और चंद्रपुर महाराष्ट्र की चंद्रपुर फेरो-अलॉय प्लांट की टीम भी शामिल थी। प्रथम चक्र में सफल चार टीमों को पलाश, गुलमोहर, राजनीगंधा और नरगिस नाम दिये गए। आगे के दृश्य-श्रव्य चक्र में हिंदी साहित्य एवं साहित्यकारय खेल और सिनेमा जगतय देश-प्रदेश के सामान्य ज्ञान और सम-सामयिक घटनाओं से संबंधित प्रश्न के साथ गुलजार साहब से संबंधित एक विशेष चक्र भी रखा गया था। प्रतिभागियों की मदद के लिए जीवन-रेखा के रूप में दो बार विशेषज्ञों की राय की सुविधा भी उपलब्ध थी। विशेषज्ञों के रूप में बीएसपी के जनसंपर्क विभाग के जेकब कुरियन और वित्त एवं लेखा विभाग के के.जी.अग्रवाल ने अपना योगदान दिया। कार्यक्रम में सभी प्रश्न-उत्तर कंप्यूटर और प्रोजेक्टर के माध्यम से पर्दे पर प्रस्तुत किए गए। बीच-बीच में दर्शकों से भी प्रश्न पूछे गए और सही उत्तर देने पर उन्हें तत्काल पुरस्कृत किया गया। अंत में आरडीसीआईएस, सेल के भिलाई केंद्र के प्रमोद कुमार सिंह और पी.के. ठाकुर की टीम ने प्रथम, भारत दूरसंचार निगम लिमिटेड, दुर्ग के उमाशंकर साहू और शैलेंद्र सिन्हा की टीम ने द्वितीय यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के अंकित कश्यप और रोहित निम्बर्ते की टीम ने तृतीय स्थान और छत्तीसगढ़ इस्ट-वेस्ट रेलवे कंपनी, रायपुर के आलोक बनर्जी और राजेंद्र नाथ तिवारी की टीम ने चतुर्थ स्थान प्राप्त किया। सुधीर हर्णे और श्रीकांत हर्णे के द्वारा किए गए सुंदर प्रस्तुति ने दर्शकों और प्रतिभागियों को अंत तक बाँधे रखा।
विजेताओं में फेरो स्क्रेप निगम लिमिटेड की सुनंदा पंडित ने प्रथम, भारतीय खाद्य निगम की प्रियंका सिंह ने द्वितीय, भिलाई इस्पात संयंत्र के अमित कुमार ने तृतीय, ऑडिट ऑफिस के मलय राणा ने चतुर्थ और पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन की अपर्णा वंदिता ने पंचम स्थान प्राप्त किया। इन विजेताओं के चयन के लिए निर्णायक समिति में ऑडिट ऑफिस के रूपक साहा के साथ-साथ बीएसपी के रजनीश चंद्राकार और डॉ.बी.एम.तिवारी ने निर्णायकों का दायित्व निभाया।