गोवर्धन पर्वत की तराई में होगा सुश्री जया किशोरी का कथा प्रवचन

धमतरी के इतिहास में पहली बार गिरिराज और कामधेनु के परिक्रमा का अवसर मिलेगा भक्तों को, श्रीरामलीला मैदान में होने वाले श्रीमद् भागवत कथा यज्ञ की तैयारी जोरों पर, पश्चिम बंगाल और राजस्थान के कारीगर द्वापर युग का प्रतीकात्मक टच देने में लगे हैं
धमतरी । धमतरी शहर में ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है कि श्रीमद् भागवत कथा या श्री राम कथा का आयोजन हो और शहर समेत पूरा ग्रामीण अंचल आयोजन की भव्यता को सफलता प्रदान करने में जुट गया हो। लगातार छठवीं बार राजेश गोपाल शर्मा और उनके सहयोगी यजमानों की धार्मिक एकता से सुश्री जया किशोरी के मुखारविंद से निकले कथा वचनों को श्रद्धालुगण पहली बार गोवर्धन पर्वत की तराई पर सुनेंगे जिसे अंतिम टच देने का काम पश्चिम बंगाल और राजस्थान के कारीगर कर रहे हैं।4 दिसंबर से शुरू होने वाले सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ की तैयारी का नजारा पूरे शहर में धार्मिक होर्डिंग और प्रचार प्रसार की विभिन्न माध्यमों से अनुभव किया जा सकता है। इस आयोजन की विशेषता है कि इसमें यजमान भले ही प्रतिनिधित्व के हिसाब से गिने जा सकते हैं लेकिन कार्यक्रम की रूपरेखा और तैयारियों का बीड़ा जिस तरह से धमतरी शहर के 40 वार्डों के साथ.साथ ग्रामीण अंचलों के लगभग सभी धार्मिक वॉलिंटियर उठाए हुए हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस बार का कार्यक्रम कितना आकर्षक और मन मस्तिष्क को धर्ममय करने वाला होगा। कथा आयोजन की तैयारियों को लेकर जब कार्यक्रम प्रभारी एवं सनातन धर्म के दृढ़संकल्पी दिलीप राज सोनी से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि धमतरी जिले में यज्ञ की पर्याप्त तैयारियां हो चुकी है भगवान श्री कृष्ण की वांग्मय स्वरूप श्रीमद् भागवतए गोवर्धन पर्वत और 33 कोटि देवी देवताओं को धारण किए हुई कामधेनु की परिक्रमा का सुखद अवसर पहली बार धमतरी के कथा प्रेमियों को मिलने वाला है। जिसको प्रतीकात्मक स्वरूप देने के लिए पश्चिम बंगाल और राजस्थान के कलाकार जुटे हुए हैं। लगभग 2 से 500 कार्यकर्ता लगातार शहर और गांव में संपर्क बनाए हुए हैं ताकि ऐसी विलक्षण व्यवस्था से कोई वंचित ना रह जाए।

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