सायकल एक्सपीडिशन के साथ-साथ कुकरेल की छत्तीसगढिय़ा मड़ई में रमे साइक्लिस्ट

450 से अधिक लोग जुटे ‘दु पइडिल, सुपोषण बर’
कलेक्टर एसपी डीएफओ सहित आला अधिकारी झूमे छत्तीसगढ़ी धुन पर
धमतरी। ‘दु पइडिल, सुपोषण बर’ के तहत आज सुबह आठ बजे गंगरेल जलाशय से कुकरेल होते जबर्रा तक ऐतिहासिक सायकल एक्सपीडिशन का आयोजन किया गया, जिसमें कलेक्टर रजत बंसल, एसपी बीपी राजभानू सहित जिले के आला अधिकारी, धमतरी के विभिन्न क्लबों के युवक-युवती तथा बाहर से आए आगंतुकों ने हिस्सा लिया। इसके अलावा शहर के विभिन्न विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के विद्यार्थियों सहित विभिन्न विभाग के अधिकारी-कर्मचारी भी इसमें शामिल हुए। यहां से निकलकर सभी सायक्लिस्ट नगरी विकासखण्ड के ग्राम कुकरेल पहुंचे, जहां पर आयोजित छत्तीसगढिय़ा मड़ई में स्थानीय गाजे-बाजे की धुन पर न सिर्फ जमकर थिरके, बल्कि छत्तीसगढ़ी के पारम्परिक व्यंजन पान रोटी, मुठिया, ठेठरी, खुरमा, खुरमी, मडिय़ा पेज, कटुवा, अरसा, सोंहारी, चीला, खपुर्री रोटी आदि का स्वाद चखकर आनंद उठाया। इस अवसर पर सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी ध्रुव सहित काफी संख्या में जनप्रतिनिधि, ग्रामीण और अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए। तत्पश्चात् एक्सपीडिशन में शामिल सायक्लिस्टों ने ग्राम केरेगांव, दुगली होते जबर्रा पहुंचे।
सायकल एक्सपीडिशन में शामिल होने आज सुबह सात बजे से ही सायक्लिस्ट गंगरेल जलाशय में जुटे। बाहर से आए आगंतुकों को विश्रामगृह में ठहराने की व्यवस्था की गई थी। रविशंकर जलाशय के बिगिनिंग प्वाइंट में सुबह साढ़े सात बजे तक 450 से अधिक सायक्लिस्ट जुट गए थे। यहां पर कलेक्टर ने सभी शामिल लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘दु पाइडिल सुपोषण बर’ के उद्देश्य को पूरा करने और इसे लेकर लोगों में जागरूकता लाने सायकल एक्सपीडिशन का आयोजन किया जा रहा है, जिसका निश्चित तौर पर लाभ मिलेगा। इसके बाद सुबह 7.55 बजे सायक्लिस्टों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। सायक्लिस्टों का दल गंगरेल से होते हुए फुटहामुड़ा, माकरदोना होते कुकरेल सुबह 8.45 बजे पहुंचा। यहां पर आयोजित मड़ई में छत्तीसगढिय़ा स्टॉल लगाए गए थे, जिसमें महिला स्वसहायता समूहों के द्वारा तैयार किए गए स्थानीय व्यंजन, साग-भाजी, कांदा-कूसा, स्थानीय गहने, कृषि उपकरण, खेलकूद से संबंधित स्टॉल लगाए गए थे। मड़ई में आयोजित राउत नाचा के साथ अधिकारी-कर्मचारी और साइक्लिस्ट जमकर थिरके। साथ ही महिला स्वसहायता समूह की महिलाओं के द्वारा तैयार किए गए पारम्परिक छत्तीसगढ़ी व्यंजन का आगंतुकों ने स्वाद चखा। कुकरेल में आयोजित मड़ई में जैविक पद्धति से तैयार की गई सब्जी-भाजी, फलों का भी आनंद लिया। तत्पश्चात् सायक्लिस्टों का जत्था ग्राम केरेगांव, पालवाड़ी मोड़, दुगली होते हुए दोपहर लगभग 12 जबर्रा पहुंचे। सायकल एक्सपीडिशन में कलेक्टर, एसपी के अलावा जिला पंचायत के सी.ई.ओ. विजय दयाराम के., डीएफओ अमिताभ बाजपेयी सहित विभिन्न विभाग के अधिकारी कर्मचारी और विद्यार्थी, रेडक्रॉस सोसायटी के वॉलिंटियर्स काफी संख्या में उपस्थित थे।
स्थानीय धुन में थिकरने से खुद को रोक नहीं पाए अधिकारी- राउत नाचा के नर्तकों का जत्था जब मड़ई स्थल पर पहुंचा, तो छत्तीसगढ़ी वाद्ययंत्र डफड़ा, निशान, डमऊ और बेंजो की धुन पर थिरकने से सायक्लिस्ट और अधिकारीगण खुद को रोक नहीं पाए। कलेक्टर श्री बंसल सहित विभिन्न विभाग के अधिकारी राउत नाचा में उन्मुक्त होकर जमकर थिरके। इस दौरान मोबाइल के कैमरे में इस पल को कैद करते नजर आए।
छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के स्टाल में चीला, मुठिया, फरा और भोक्का लाड़ू का स्वाद चखते रहे लोग- सायक्लिस्टों ने कुकरेल में लघु विश्राम के दौरान चीला, मुठिया, फरा और पान रोटी का स्वाद चिरपोटी पताल के चटनी (सील-बट्टे में पिसी हुई छोटे टमाटर की चटनी) का आनंद लिया। इसके अलावा उन्होंने पहली बार करेला पत्ता की भाजी, बरबट्टी व कुम्हड़ा भाजी, इड़हर कढ़ी का स्वाद चखा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *