भारत का पहला स्वदेशी सर्वर- रुद्र लॉन्च

नई दिल्ली। आजादी का डिजिटल महोत्सव मनाते हुए, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी और कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ब्लॉकचेन पर राष्ट्रीय रणनीति जारी की। केंद्रीय मंत्री ने भारत का पहला स्वदेशी सर्वर- माइटी और डीएसटी द्वारा समर्थित राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन (एनएसएम) के तहत प्रगत संगणन विकास केंद्र (सी-डैक) द्वारा विकसित रुद्रा- भी पेश किया है। यह भारत सरकार की आत्मनिर्भर भारत की पहल पर आगे बढ़ते हुए सुपरकंप्यूटिंग में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में एक कदम है। एनएसएम फेज-3 के परिणाम स्वरूप प्राप्त रुद्रा सर्वर सुरक्षित, विश्वसनीय, इंटेलल स्केलेबल प्रोसेसर तकनीक की वर्तमान पीढ़ी पर आधारित डुअल सॉकेट है और तेज गणना को समर्थन देता है। इसका उद्देश्य भारत में सुपरकम्प्यूटर्स का डिजाइन और विनिर्माण करना है। यह 3.6 टी1 से 34 आईटी तक की गणना क्षमता के साथ हाफ विद्थ 1यू और 2यू में केंद्रीय बिजी आपूर्ति के साथ एक सघन फॉर्म फैक्टर सर्वर है। यह देश की बहु-क्षेत्रीय गणना जरूरतों के तहत डिजाइन, विकास, निर्माण और डिलिवरी की भारत की क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए तैयार है और इसका अहम रणनीतिक व राष्ट्रीय महत्व है। इस स्वदेश में विकसित सर्वर से एचपीसी सिस्टम्स, हाइपरस्केल डाटा सेंटर्स, एज कम्प्यूटिंग, बैंकिंग और वाणिज्य, विनिर्माण, तेल एवं गैस उद्योग, स्वास्थ्य, शिक्षा, मनोरंजन उद्योग, रक्षा एवं राष्ट्रीय सुरक्षा सहित विभिन्न क्षेत्र लाभान्वित होंगे। सर्वर के डिजाइन को अलग वाणिज्यिक सर्वर तैयार करने और दसियों पेटाफ्लॉप्स की गणना करने वाले सुपरकंप्यूटिंग सिस्टम विकास के लिए ब्लॉक्स के निर्माण में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय मिशन की आवश्यकताओं के अनुरूप बेहतर ऊर्जा दक्षता, घनत्व और आर्किटेक्चर सुविधाएं हासिल करना है। बेहतर कूलिंग और ऊर्जा दक्षता के लिए डिजाइन में समावेशन के उद्देश्य से स्वदेशी डायरेक्ट लिक्विड कूलिंग तकनीक की खोज की जा रही है। सी-डैक प्रौद्योगिकी भागीदारों इंटेल और एनवीआईडीआईए विनिर्माण भागीदार एटीओएस के साथ काम कर रही है।

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