केरल में लड़कियों की शिक्षा और उनके सशक्तीकरण के लिए भगीरथ प्रयास करने वाली नन मरियम थ्रेसिया को उनके निधन के 93 साल बाद आज ‘संत’ की उपाधि दी गई। पोप फ्रांसिस ने वेटिकन में नन मरियम थ्रेसिया को संत की उपाधि देने की घोषणा की। इस मौके पर भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ पहुंचे केंद्र सरकार के मंत्री वी. मुरलीधरन ने पोप फ्रांसिस से मुलाकात की।
केंद्र सरकार के विदेश राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन ने वेटिकन सिटी में पोप फ्रांसिस से मुलाकात की और उन्हें ‘भगवद् गीता अकॉर्डिंग टू गांधी’ पुस्तक तोहफे में दी। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने पोप को केरल के मंदिरों के उत्सवों के प्रतीक कहे जाने वाले एक हाथी की प्रतिमूर्ति भी उपहार स्वरूप दी।
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निधन के 93 साल बाद मिला सम्मान
गौरतलब है कि केरल में सामाजिक उत्थान के कामों के लिए विख्यात रहीं सिस्टर मरियम को मदर टेरेसा की तरह माना जाता है। सिस्टर मरियम को उनके देहांत के करीब 93 सालों बाद इस सम्मान से सम्मानित किया गया। 26 अप्रैल 1876 को केरल के त्रिशूर जिले में जन्मीं सिस्टर मरियम 50 साल की उम्र में 8 जून 1926 को दुनिया को छोड़ गई थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ के दौरान केरल की सिस्टर मरियम थ्रेसिया का जिक्र किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश को उन पर गर्व है।
Source: National