जिले के सभी गौठानों में निर्माण कार्य एक सप्ताह के भीतर पूर्ण करने कलेक्टर ने दिए निर्देश

कृषि विभाग की समीक्षा बैठक में किसानों को पैरा दान के लिए प्रोत्साहित करने पर दिया जोर
धमतरी। कलेक्टर रजत बंसल ने कृषि विभाग की समीक्षा बैठक में निर्देशित किया कि जिले के सभी गौठानों में नाडेप टंकी, वर्मी कम्पोस्ट और गोबर खाद सहित हितग्राहीमूलक योजनाओं के तहत निर्माण कार्य एक सप्ताह के भीतर पूरा कराएं। साथ ही उन्होंने किसानों के द्वारा खेतों में फसल की ठूंठ अथवा पैरा जलाने की प्रवृत्ति को हरहाल में रोकने और उसकी जगह पैरा दान को प्रोत्साहित कर गौठानों में लाने पर जोर दिया।
रूद्री रोड स्थित सामाजिक भवन में आयोजित विभागीय समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने कहा कि सुराजी गांव योजना (घुरवा, बाड़ी) के तहत विभाग के मैदानी अमले के द्वारा अब तक किए गए कार्यों से वे संतुष्ट नहीं हैं। कृषि विस्तार अधिकारियों की ब्लॉक स्तर पर बार-बार बैठकें लेने के बाद भी अपेक्षाकृत और अनुकूल परिणाम नहीं आ रहे हैं, जो अच्छी बात नहीं है। जिले के कुछ गौठानों को छोडक़र शेष जगह नवाचार और आय अर्जित करने की दिशा में आशातीत परिणाम नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कृषि विस्तार अधिकारियों को मिशन मोड में कार्य करने के लिए उत्प्रेरित करते हुए एक सप्ताह के भीतर सभी गौठाने के अधूरे कार्यों को पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इसके बाद भी यदि कार्य में प्रगति नहीं आती तो वे कार्रवाई करने के लिए विवश होंगे। कलेक्टर ने सभी चारों विकासखण्डों में निर्मित एवं निर्माणाधीन गौठानों की प्रगति की समीक्षा की। सुराजी गांव योजना से पूर्व हितग्राहीमूलक योजनाओं के अंतर्गत तैयार किए जा रहे नाडेप टैंक एवं वर्मी कम्पोस्ट की संख्यात्मक जानकारी अलग-अलग तैयार करने के निर्देश वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारियों को दिए। साथ ही पैरा दान की प्रवृत्ति को बढ़ाने के लिए गांवों में लगातार बैठकें लेने के भी निर्देश दिए, जिससे कि पैरा जलाने (पराली) से खेतों व पर्यावरण को होने वाले नुकसानों के बारे में भी उन्हें जागरूक किया जा सके। इसके अलावा उन्होंने आगामी रबी सीजन में धान की जगह दलहन-तिलहन के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया, साथ ही आत्मा योजना के अंतर्गत मखाना एवं सिंघाड़ा उत्पादन के लिए काफी कम रकबे का लक्ष्य रखे जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कलेक्टर ने चुनिंदा फील्ड अधिकारियों के साथ मिलकर अधिक उत्पादन पर ध्यान केन्द्रित करने के भी निर्देश कलेक्टर ने दिए। इसी तरह जिले में अमानक स्तर की खाद, दवा और बीज बेचे जाने की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए कृषि बीज-दवा दुकानों में लगातार छापामार कार्रवाई करने व सैम्पल को रायपुर स्थित लैब भेजकर पुष्टि करने के निर्देश उन्होंने दिए। इसके अलावा बुधवार 21 नवंबर को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के धमतरी दौरे के दौरान किसान बाजार में एग्रोमॉल स्थापित करने की भी घोषणा की गई, जिसके लिए दुगने उत्साह और मेहनत के साथ कार्य करने पर कलेक्टर ने बल दिया। बैठक में बताया गया कि सुराजी गांव योजनांतर्गत जिले में कुल 71 गौठान तैयार हो चुके हैं, जिनमें धमतरी विकासखण्ड में 18, कुरूद में 21, मगरलोड में 17 और नगरी विकासखण्ड में 15 गौठान शामिल हैं। बैठक में कृषि विभाग के अपर संचालक ए.बी. आशना, संयुक्त संचालक गयाराम, उप संचालक कृषि जीएस कौशल, मृदा संरक्षण अधिकारी राकेश जोशी, सहायक संचालक उद्यान डी.एस. कुशवाहा सहित विभाग के अधिकारीगण व सभी विकासखण्ड के कृषि विस्तार अधिकारीगण उपस्थित थे।

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