रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का आगाज 26 जुलाई से होने जा रहा है। 05 दिनों के सत्र के लिए विधायकों ने सवाल लगाना भी शुरू कर दिया है। 03 दिन में 59 सवाल लगाए जा चुके है, जिनमें तारांकित व अतारांकित सवाल शामिल है।
मानसून सत्र 26 से 30 जुलाई तक बुलाया गया है। बजट सत्र की तरह मानसून सत्र भी काफी हंगामेदार हो सकता है। विपक्षी दलों द्वारा कई मुद्दों पर सदन में सरकार को घेरने का प्रयास करेंगे, हालांकि सत्ता पक्ष भी विपक्षी सवालों का जवाब देने की तैयारियों में जुट गया है। संभवत: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व उनके मंत्रिमंडल में शामिल सभी मंत्रियों ने अपने-अपने विभागों से संबंधित अधिकारियों को मानसून सत्र के लिए विधायकों द्वारा लगाए जा रहे सवालों से संबंधित विस्तृत जानकारियां एकत्र करने के निर्देश दे दिये है ताकि सदन में मंत्री सवालकर्ता विधायक को जवाब दे सकें। मानसून सत्र की अधिसूचना जारी होने के बाद से अब तक कुल 59 सवाल लगाये जा चुके है, जिनमें 30 तारांकित एवं 29 अतारांकित सवाल शामिल है।
सत्र के दौरान विपक्षी दलों द्वारा कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर से प्रदेश में हुई मौतें, अस्पतालों में व्यवस्था, किसानों को बोनस, शराबबंदी, , बारिश से धान की बर्बादी, प्रदेश में कानून व्यवस्था सहित कई अहम मुद्दों को जोरशोर से उठाया जा सकता है।