कामठी। पूर्व पंडरिया वन परिक्षेत्र के बीट क्रमांक 419, 420 और 421 में अतिक्रमण के लिए पेड़ों की अवैध कटाई हो रही है। पेड़ के तनों को आधा काटकर छोड़कर देते हैं। सूखने पर इसे जलाकर काटा जाता है। इस तरह से जंगल को खत्म कर खेती के लिए अतिक्रमण किया जा रहा है। क्षेत्र में यह बड़े पैमाने पर हो रहा है, लेकिन वन विभाग के अफसर कार्रवाई नहीं कर रहे। पेड़ों को काटकर अतिक्रमित जमीन पर खेती की जा रही है। फिर शासन से उसके लिए पट्टे की मांग की जाती है। बताया जा रहा है कि वन विभाग के कर्मचारी अपने मुख्यालय में नहीं रहते हैं, जिसके चलते बड़े पैमाने पर पेड़ों की अवैध कटाई हो रही है। वहीं स्थानीय वनकर्मियों की भी इसमें मिलीभगत है। माठपुर निवासी गणेश माथुर का कहना है वन परिक्षेत्र के कर्मचारी मुख्यालय में नहीं रहते हैं। वन विभाग के एसडीओ और रेंजर से शिकायत करते हैं, तो वे जानकारी नहीं है कह गंभीरता से नहीं लेते। मामले में वन विभाग पंडरिया के एसडीओ एमसी देशलहरा का कहना का है कि अवैध कटाई करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। शिकायत की जांच करेंगे।