रमन ने लगाया आरोप- दो साल में राज्य पर 67 हजार करोड़ कर्ज, मरकाम का जवाब- भाजपा ने 42 हजार करोड़ कर्ज छोड़ा

रायपुर। सीएम भूपेश बघेल ने गुरुवार को विधानसभा परिसर में बेरोजगार पंजीयन पुस्तिका का विमाेचन किया।अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष-विपक्ष में तीखी नोंकझोंक। अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राज्य सरकार केंद्र से कम राशि मिलने का आरोप लगाती रहती है। सच्चाई यह है कि राज्य सरकार ने केंद्रीय करों से 26403 करोड़ रुपए मिलने का अनुमान किया था, जिससे सिर्फ 1% ही कम राशि मिली है। इसके विपरीत राज्य के कर से 26155 करोड़ का प्रावधान था, जिसमें अप्रैल से जून में 3465 करोड़ और जुलाई से सितंबर में 5079 करोड़ मिले। यानी 19% कम मिले हैं। राज्य सरकार कर की व्यवस्था में पूरी तरह फेल हो चुकी है। दो साल में राज्य पर 67 हजार करोड़ से अधिक कर्ज हो गया है। इससे पहले कांग्रेस के मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा ने 15 साल में 42 हजार करोड़ का कर्ज छोड़ा। कंबल ढंककर घी पीने का काम भाजपा कर रही थी। इसका 5300 ब्याज कांग्रेस पटा रही है। अजय चंद्राकर ने कहा कि बजट में 207 करोड़ ब्याज भुगतान के लिए रखे हैं, जबकि पूंजीगत व्यय में 133 करोड़ रुपए हैं। पूंजीगत व्यय से ब्याज भुगतान दोगुना है। कहां ले जाना चाहते हैं, इस प्रदेश को। अब कर्ज की सीमा बढ़ाने के लिए विधेयक आएगा। जोगी कांग्रेस के विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि बजट में सिर्फ प्रावधान किए जा रहे हैं, लेकिन अमल नहीं किया जा रहा। सौरभ सिंह ने आरोप लगाया कि ठेकेदारों को पेमेंट नहीं किया जा रहा है। विधायकों को समग्र विकास की राशि नहीं मिली है। केशव चंद्रा ने कहा कि बजट में प्रावधान होने की खुशी में लोग उनका सम्मान करते हैं, लेकिन स्वीकृति नहीं मिली, इसलिए बजट में ऐसे प्रावधान करें, जिसे अमल में ला सकें।
00 अभी भी बजट ढूंढना पड़ रहा: कौशिक
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने राज्य सरकार द्वारा लिए गए कर्ज के आंकड़ों के आधार पर कहा कि प्रति सेकंड सरकार पांच हजार रुपए कर्ज ले रही है। अटल बिहारी वाजपेयी ने जब छत्तीसगढ़ राज्य का गठन किया था, तब वे जानते थे कि कांग्रेस का मुख्यमंत्री बनेगा, लेकिन उन्होंने बड़े मन से फैसला किया था। मध्यप्रदेश में जब हम लोग थे, तब आरोप लगाते थे कि वहां के बजट में छत्तीसगढ़ को ढूंढना पड़ता था। आज अनुपूरक बजट में ढूंढना पड़ रहा है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जब वे घर से विधानसभा के लिए निकले तब रास्ते में होर्डिंग दिखे, जिसमें लिखा था बात हे अभिमान के, छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान के। कौशिक ने कहा कि अभिमान और स्वाभिमान में फर्क होता है। यह बात सिद्ध है कि अभिमान हमेशा विनाशकारी सिद्ध हुआ है। शायद सरकार को इस बात का अभिमान है कि दो साल में 30632 करोड़ कर्ज लिया। 12 हजार से ज्यादा लोगों ने दो साल में आत्महत्या की, 4098 लोगों का अपहरण हुआ, 5356 के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हुईं। कौशिक ने कहा कि 20 सालों का यह सबसे खस्ता बजट है। अनुपूरक पर चर्चा में संतराम नेताम, डॉ. लक्ष्मी ध्रुव, शैलेष पांडेय और देवव्रत सिंह ने भी हिस्सा लिया।
00 पोलावरम बांध से 9 गांव के लोग प्रभावित, कोर्ट के निर्णय के बाद पुनर्वास नीति: चौबे
छत्तीसगढ़ और आंध्रप्रदेश की सीमा पर बन रहे पोलावरम बांध का मुद्दा एक बार फिर सदन में गूंजा। जोगी कांग्रेस विधायक रेणु जोगी ने पूछा कि इस बांध की वर्तमान स्थिति क्या है? निर्माण कब तक पूरा हो जाएगा, कितने क्षेत्र प्रभावित होंगे और प्रभावितों को कितना मुआवजा दिया जाएगा उनके पुनर्वास की क्या योजना है। इसके जवाब में जलसंसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि यह आंध्रप्रदेश में निर्मित होने वाली एक राष्ट्रीय परियोजना है। बांध निर्माण की वर्तमान स्थिति की जानकारी नहीं है। इससे कोंटा विकासखंड के बंजामगुड़ा, मेटागुड़ा, पेदाकिसोली, आसीरगुड़ा, इंजरम, फंदीगुड़ा, ढोंढरा, कोटा एवं वेंकट पुरम के प्रभावित होने का अनुमान है तथा इन क्षेत्रों में रहने वाले 18510 लाेग प्रभावित होंगे। उन्होंने बताया कि इससे 449 हेक्टेयर निजी, 88.51 हेक्टेयर वन तथा 842 हेक्टेयर शासकीय भूमि डूबान में आ रही है। चौबे ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद इसकी पुनर्वास नीति बनाई जाएगी। इस मामल में अजय चंद्राकर, धर्मजीत सिंह, मोहन मरकाम ने भी सवाल पूछे।
कंपनी, सप्लाई और ट्रैक्टर ये पुण्यात्मा होते हैं: कृषि मंत्री
कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे की बात पर सदन में उस समय जमकर ठहाके लगे जब उन्होंने कहा कि कंपनी, सप्लाई औैर ट्रैक्टर को पुण्यात्मा होते हैं। ये आपके समय में भी थे हमारे समय में हैं औैर मुझे लगता है कि सतयुग- द्वापर में भी इनके द्वारा ही सप्लाई किया गया होगा। भाजपा के नारायण चंदेल ने जांजगीर-चांपा जिले में कृषि यांत्रिकीकरण सब मिशन योजना के अंतर्गत किसानों की ट्रैक्टर खरीदी में अनियमितता का मामला उठाया। उन्होंने पूछा कि क्या अधिकारियों द्वारा भौतिक सत्यापन नहीं किया जाता है। जबाव में मंत्री चौबे ने इंस्पेक्शन करने वाली कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने तथा जिले के सभी ब्लॉकों को इस योजना का लाभ दिलाने की घोषणा की।
दिव्यांगों को वेल्डिंग किया हुआ ट्राइसिकल, होगी जांच
बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा ने बेमेतरा में दिव्यांगों को घटिया ट्राइसिकल बांटने का मामला सदन में उठाया। उन्होंने कहा कि एक ही कंपनी को लाभ पहुंचाने के लिए लगभग 20 लाख रुपए से ज्यादा की ट्राइसिकल बिना किसी टेंडर के खरीदी की गई है वहीं कई ट्राइसिकल ऐसे भी थे जिन्हें वेल्डिंग करके लाया गया था। छाबड़ा ने कहा कि इसके पूरे प्रमाण उनके पास हैं उन्होंने विभागीय मंत्री से इसकी जांच की मांग की। जवाब में महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया बताया कि कोरोना के कारण टेंडर नहीं किया गया था साथ ही उन्होंने घटिया सामग्री सप्लाई किए जाने की जांच कराने की घोषणा भी की।
थाने में आत्महत्या पर भाजपा ने गृहमंत्री को घेरा
पुलिस अभिरक्षा में मौत के मामले में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, कृष्णमूर्ति बांधी आैर बृजमोहन अग्रवाल की ध्यानाकर्षण सूचना पर गृहमंत्री को घेरा। कौशिक ने पूछा कि पंडरी थाने में युवक ने जिस बेल्ट से फंदा बनाया था वह कौन सा बेल्ट था। बृजमोहन ने कहा कि जब थाने के लॉकअप में किसी को रखा जाता है तो उससे बेल्ट, अंगूठी, पर्स सभी सामान उतरवा लिए जाते हैं फिर वह उसके पास बेल्ट कैसे आया। युवक की थाने में हत्या की गई है। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि युवक ने पुलिस लॉकअप में नहीं बल्कि थाने के बाथरुम में फांसी लगाकर आत्महत्या की थी।

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