जिले के 9000 असाक्षर ग्रामीण बनेंगे साक्षर

निरीक्षक और चिन्हांकनकर्ता दल काे एक दिन का प्रशिक्षण दिया गया
सुकमा।
कलेक्टर एवं कार्यकारिणी अध्यक्ष जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण सुकमा के दिशा निर्देशन एवं राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण रायपुर छग के मार्गदर्शन में कोविड-19 के नियमों को ध्यान में रखते हुए केन्द्र प्रवर्तित कार्यक्रम पढ़ना लिखना अभियान के क्रियान्वयन और लक्ष्य प्राप्ति के लिए रिसोर्स पर्सन के आॅनलाइन प्रशिक्षिण के बाद निरीक्षक एवं चिन्हांकनकर्ता दल का एक दिवसीय प्रशिक्षण ब्लाॅक मुख्यालय में विकासखंड शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में सुकमा, कोंटा, छिन्दगढ़ में सम्पन्न हुई। जिला शिक्षा अधिकारी और सचिव जिला साक्षरता मिशन नेे बताया कि केन्द्र प्रवर्तित पढ़ना लिखना अभियान के तहत जिला सुकमा को वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए 9000 असाक्षर जिसमें 75 प्रतिशत महिला एवं 25 प्रतिशत पुरुष वर्ग के असाक्षरों को साक्षर करने का लक्ष्य प्रदान किया गया है। आगामी 5 वर्षों में शेष बचे हुए असाक्षरों को साक्षर किया जाना है। सुकमा जिले के अंतर्गत वर्तमान में 48 ग्राम पंचायत में कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया जाना है। जिसमें निरक्षर व्यक्तियों (15+आयु वर्ग) की पहचान कर कार्यक्रम के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक लाभार्थी के आधार विवरण सहित जानकारी एकत्रित की जानी है। पूरे प्रदेश भर के सभी जिलों में 14 से 19 दिसम्बर के बीच एक साथ चयनित ग्राम पंचायत और वार्ड में असाक्षरों का चिन्हांकन कराया जाना है। इसी अनुक्रम में सहयोगी दलों का गठन, स्वयंसेवी शिक्षकों का चिन्हांकन, वातावरण निर्माण के लिए नारा लेखन इत्यादि कार्य की तैयारी भी की जानी है। इस कार्य के लिए स्वयं सेवी शिक्षकों को भी अभिप्रेरित किया जाना है। पढ़ना लिखना अभियान के लिए प्रशिक्षण सामग्री का निर्माण राज्य स्तर पर किया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिले के तीनों ब्लॉकों के असाक्षरों को आने वाले 5 वर्षों में साक्षर किया जाएगा। इसी क्रम में इस वर्ष 9000 असाक्षरों को स्वयंसेवी शिक्षकों द्वारा 120 घंटे की पढ़ाई पूरी कराकर साक्षर बनाया जाएगा।

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