कोरोना के इलाज में निजी अस्पतालों का परफार्मेंस खराब, डेथ रेट अधिक

रायपुर एम्स में छह माह में 106 और मेकाहारा में 149 मरीज मरे, निजी अस्पतालों में एक माह में ही 225 की मौत हो गयी
रायपुर।
कोविड-19 के इलाज को लेकर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के निजी अस्पतालों का परफार्मेंस सरकारी हॉस्प्टिल की तुलना में बेहद खराब आ रहा है। रायपुर एम्स और मेकाहारा में पिछले छह महीने में कोरोना पीडि़तों की जितनी मौते हुईं उससे दोगुना मरीजों की मौत निजी अस्पतालों में महज एक माह में ही हो गयी। शासन द्वारा जारी आंकड़ों का अध्ययन करने से यह स्पष्ट हो रहा है कि निजी अस्पतालों की बजाय कोविड-19 के मरीजों का इलाज सरकारी अस्पतालों में बेहतर हो रहा है।
देखें आंकड़े एक नजर में
(एम्स और मेकाहारा में छह माह में हुई मौतों का रिकॉर्ड)
रायपुर एम्स – 106
मेकाहारा – 149
निजी अस्पतालों में पिछले एक माह में हुई मौतो का रिकॉर्ड
श्री नारायणा, देवेन्द्र नगर – 44
रामकृष्ण केयर – 28
बालाजी हॉस्पिटल – 37
सुयश हास्पिटल – 27
श्री मेडिशईन – 18
लाइफवर्थ हॉस्प्टिल – 18
वीवाय हॉस्प्टिल – 33
वी केयर हॉस्पिटल – 6
हेरिजैट हॉस्पिटल – 10
एनएच एमएमआई- 8
ओम हॉस्पिटल – 15
संकल्प हॉस्पिटल – 2
नोट- इस तरह निजी अस्पतालों में 225 कोरोना मरीजों की मौत सिर्फ एक माह में हुई है।

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