रायपुर । राज्योत्सव में हर प्रकार के स्टॉल भी लगे हैं चाहे वह उद्योग खनिज इंडस्ट्रियल माटी कला, हैंडलूम और बस्तर आर्ट ही हो। इन सभी स्टालों में लोगों को नए अविष्कार एक्टिविटी एवं छत्तीसगढ़ी संस्कृति से जुड़ी अवगत कराने के लिए विभिन्न तरह के प्रयास किए गए हैं ।
छत्तीसगढ़ी संस्कृति के लिए संस्कृति विभाग ने तो उद्योग में जिंदल स्टील बालको, सेल, एनएमडीसी ने अपने अपने स्टाल लगाए हैं। जिंदल की हरित क्रांति के आगे उस की सभी क्रांति स्वभाविक तौर पर पीछे लगते है। विभिन्न सरकारी स्कूलों में विभिन्न मॉडल्स के माध्यम से जिंदल ने अपने स्टाल में अपने सभी उत्पादन ओं का बखूबी प्रदर्शन किया है जो पिक्चर्स के माध्यम से पोस्टर्स के माध्यम से है यहां की खूबसूरती में युवाओं का कहना है कि जिंदल कूल है।
वस्तुतः जिंदल में हुआ यह है कि जिंदल ने अपने उत्पादों की प्रदर्शनी के पोस्टर्स के साथ ही एक खूबसूरत सेल्फी जून का भी निर्माण किया है जिससे युवाओं में अत्यधिक चर्चा का विषय बना हुआ है जिंदल का यह सेल्फी जोन में इतनी खूबसूरती है कि लोग पूरे मेले को छोड़कर यहां युवा सेल्फी लेने के लिए होड़ सा लगाए हुए हैं। जिंदल इस मामले में हमेशा ही अग्रणी रहा है कि वह इस तरह की कोई प्रस्तुति ऐसे अवसरों पर देता ही है। सीएसआर के तहत कहें या हरित क्रांति के तहत जिंदल अपनी इन तरह की कार्यप्रणाली के लिए हमेशा से जाना जाता रहा है जिंदल ने रायगढ़ में अत्यधिक सीएसआर के कार्य किए हैं और कर भी रहा है जिससे वहां के स्थानीय लोग बखूबी लाभान्वित हो रहे हैं।
राज्योत्सव के संदर्भ में जब कॉरपोरेट अफेयर्स के अध्यक्ष प्रदीप टंडन जी से संपर्क साधा गया तो उन्होंने अपने वक्तव्य में बताया कि राज्योत्सव तो हमें उस क्षण की याद दिलाता है जब छत्तीसगढ़ राज्य को मध्य प्रदेश से अलग किया गया था और इस क्षेत्र को बेहतर और तेज विकास के लिए अधिकार और निर्णय लेने की शक्ति प्रदान की गई थी। यह राज्य के लोगों को चारों ओर से एक साथ लाने में मदद करने में अग्रणी है माननीय मुख्यमंत्री द्वारा लागू स्थानीय कला और संस्कृति का महत्व यहां सभी के लिए एक सपना साकार होते जैसा दिखाई देता है।