बीजपुर। जिला मुख्यालय से करीब 32 किलोमीटर दूर गोंगला पंचायत की सरहद पर कोरोना संक्रमण के बहाने नक्सलियों ने गांव में बाहरी व्यक्तियों के आने पर पाबंदी लगाते हुए मौत का फरमान जारी किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि जो भी बाहरी व्यक्ति गांव में प्रवेश करेगा उसे जान से मार कर फेंक दिया जाएगा। इसके साथ ही गोंगला पंचायत की सरहद में एक विशालकाय पेड़ काटकर मार्ग को पूरी तरह से अवरूध्द कर दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह करतूत स्थानिय ग्रामीणों की नहीं हो सकती है ऐसा माना जा रहा है। नक्सली 28 जुलाई से 03 अगस्त तक शहरी सप्ताह मनाने का ऐलान कर चुके हैं जिसमें अब वे कोरोना संक्रमण की आड़ लेकर गांव में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पाबंदी का फरमान जारी कर रहे हैं। इसके लिए बकायदा उन्होंने पेड़ की छाल को छीलकर उसमें दोनों तरफ कोरोना वायरस के कारण कोई भी व्यक्ति ग्राम गोंगला में आने से जान से मारने की बात लिखी की गई है, पेड़ के दूसरी तरफ यह लिखा हुआ है कि कोरोना वायरस के कारण गंगालूर नहीं जाना है।
नक्सलियों ने कोरोना संक्रमण को भी हथियार के रूप में उपयोग करते हुए भय का माहौल निर्मित करने का प्रयास करते हुए बाहरी व्यक्तियों पर पाबंदी लगाते हुए मौत का फरमान जारी कर बाहरी व्यक्ति के गांव में प्रवेश करने पर मारकर फेंक दिये जाने की धमकी दी है।