करीब 19 महीने तक जेल में रहने के बाद उद्योगपति नियमित जमानत पर जेल से बाहर आ गए हैं। वह रविवार को कानपुर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में दिखे। सूत्रों के अनुसार, अब तक ट्रायल न शुरू होने और स्वास्थ्य कारणों से हाई कोर्ट से विक्रम को नियमित जमानत मिल गई है। नीरव मोदी के विदेश भागने के समय ही विक्रम पर लगे आरोपों और गिरफ्तारी ने फरवरी-2018 में खूब सुर्खियां बटोरी थीं।
कभी पान पराग और पान मसाला जैसे बड़े ब्रैंड के मालिकों में एक विक्रम कोठारी की गिनती देश के नामी लोगों में होती थी। संपत्ति के बंटवारे के बाद उन्होंने रोटोमैक ब्रैंड का पेन शुरू कर धूम मचा दी। इसके बाद विक्रम की कंपनियों के सितारे गर्दिश में आ गए। बैंकों के समूह से बतौर कर्ज लिए गए करीब 3 हजार 695 करोड़ रुपये न चुका पाने के बाद फरवरी-2018 में बैंक ऑफ बड़ौदा ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को शिकायत दी थी कि विक्रम विदेश भाग सकते हैं। सीबीआई के ताबड़तोड़ छापों के बाद उन्हें और उनके बेटे राहुल को गिरफ्तार कर लिया गया था। बैंकों ने उनका आलीशान बंगला भी अटैच कर लिया था। आरोप है कि बैंक लोन की रकम उन्होंने दूसरे मद में लगा दी थी।
खराब सेहत के चलते वह लखनऊ के अस्पतालों में भी भर्ती रहे। कुछ महीने पहले उनके बेटे राहुल को भी जमानत मिल चुकी है। 8-10 दिन पहले इलाहाबाद हाई कोर्ट से कोठारी को नियमित जमानत मिल गई। सूत्रों के अनुसार, वकीलों ने अदालत में तर्क दिया कि था केस का ट्रायल अब तक शुरू नहीं हो सका है और उनकी सेहत भी खराब है जिसे अदालत ने मान लिया था।
Source: Uttarpradesh