स्वास्थ्य मंत्री ने कोविड-19 की जांच और इलाज की व्यवस्थाओं की समीक्षा की

रायपुर। स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने आज प्रदेश में कोविड-19 की जांच और इलाज की व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने राज्य कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की बैठक में प्रतिदिन अधिक से अधिक सैंपलों की जांच के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जांच की सुविधा लगातार बढ़ाई जा रही है। राजनांदगांव, बिलासपुर और अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में जल्द ही सैंपलों की आरटीपीसीआर जांच शुरू हो जाएगी। अभी यहां चार संस्थानों में आरटीपीसीआर जांच के साथ ही दस जिलों में ट्रू-नाट विधि से सैंपलों की जांच की जा रही है। रैपिड एंटीजन किट से भी सैंपलों की जांच शुरू कर दी गई है। जल्दी ही ट्रू-नाट विधि से सैंपल जांच की सुविधा सभी जिलों में शुरू होगी।

श्री सिंहदेव ने बैठक में संक्रमितों की कॉन्टैक्ट-ट्रेसिंग और सर्वे के काम में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने इस संबंध में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और मितानिनों के प्रशिक्षण के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने जांच की संख्या बढ़ाने और नए शुरू हो रहे लैबों में मानव संसाधन की उपलब्धता के लिए लैब तकनीशियनों के प्रशिक्षण के बारे में भी पूछा। उन्होंने कोविड-19 के इलाज के लिए स्थापित आठ विशेषीकृत आंचलिक और दस जिला स्तरीय अस्पतालों में इलाज और अन्य संसाधनों की उपलब्धता के बारे में भी आवश्यक निर्देश दिए।

स्वास्थ्य मंत्री ने समीक्षा बैठक के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंस से बस्तर के कलेक्टर श्री रजत बंसल, जगदलपुर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. यू.एस. पैकरा और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर वहां कोविड-19 की जांच और उपचार की व्यवस्था की जानकारी ली। उन्होंने टेस्टिंग किट, पीपीई, मास्क, दवाईयों एवं अन्य संसाधनों की उपलब्धता के साथ ही स्टॉफ और मरीजों के लिए की गई व्यवस्था के बारे में भी पूछा। उन्होंने कोरोना संक्रमित पाई गईं मेडिकल कॉलेज की स्टॉफ और वहां भर्ती मरीज से बात कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और हौसला अफजाई की। श्री सिंहदेव ने मरीज से अस्पताल में इलाज और भोजन व्यवस्था के बारे में भी पूछा।

श्री सिंहदेव ने बैठक में मौजूद बिलासपुर के कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से वहां के हालात के बारे में चर्चा की। उन्होंने सैंपल जांच और कॉन्टैक्ट-ट्रेसिंग के बारे में जानकारी ली। श्री सिंहदेव ने शहर के घनी आबादी वाले क्षेत्रों सहित उच्च न्यायालय एवं लोगों की ज्यादा आवाजाही वाले सार्वजनिक स्थलों में रैंडम सैंपल जांच करने कहा। उन्होंने सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में रैपिड एंटीजन किट से सैंपल जांच कर जांच की संख्या बढ़ाने कहा।

स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने बैठक में जांच किट, पीपीई किट, वीटीएम, वेंटिलेटर्स, एन-95 मास्क, ट्रिपल लेयर मास्क और सर्जिकल मास्क की उपलब्धता एवं आपूर्ति की भी समीक्षा की। उन्होंने कोविड-19 का इलाज कर रहे डॉक्टरों और संक्रमितों की देखभाल में लगे मेडिकल स्टॉफ को सभी आवश्यक संसाधन एवं व्यक्तिगत सुरक्षात्मक उपाय उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बैठक में स्वास्थ्य विभाग की सचिव श्रीमती निहारिका बारिक सिंह, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं श्री नीरज बंसोड़, संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ. एस.एल. आदिले, ओएसडी श्री प्रभात मलिक और स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. योगेश जैन सहित स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

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