छत्तीसगढ़ ने शराब के औसत राजस्व के मामले में मध्यप्रदेश को पछाड़ा

रायपुर। छत्तीसगढ़ में शराब का औसत राजस्व मध्यप्रदेश की तुलना में काफी अधिक है। अगर जनसंख्या के आंकड़ों पर गौर करें तो मध्य प्रदेश की जनसंख्या छत्तीसगढ़ की जनसंख्या से करीब 3 गुना अधिक है। लेकिन शराब के औसत राजस्व के मामले में इस राज्य ने मध्य प्रदेश को काफी पीछे धकेल दिया है।

छत्तीसगढ़ आबकारी विभाग के स्टेट मार्केटिंग कार्पोरेशन के प्रबंध संचालक ए पी त्रिपाठी के मुताबिक वित्त वर्ष 2020-21 में छत्तीसगढ़ में पांच हजार करोड़ रूपए से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ है, वहीं मध्यप्रदेश ने इसी अवधि में लगभग नौ हजार करोड़ रूपए का राजस्व हासिल किया है। जबकि मध्यप्रदेश की आबादी छत्तीसगढ़ से कई गुना अधिक है और वहाँ कई ऐसे बड़े शहर हैं, जिनकी आर्थिक गतिविधियां बहुत अधिक है। साथ ही प्रतिव्यक्ति आय के मामले में भी मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ से आगे है। हालांकि, कोरोना महामारी के चलते हुए लॉकडाउन की वजह से बिक्री प्रभावित हुई थी, अन्यथा छत्तीसगढ़ का आंकड़ा 6 हजार करोड़ रूपए को पार कर सकता था।

दूसरी ओर छत्तीसगढ़ में शराब की रिकार्ड बिक्री को देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार भी ठेका प्रथा बन्द करके आबकारी विभाग के माध्यम से शराब बेचने पर विचार कर रही है। इस सिलसिले में शिवराज सिंह सरकार ने छत्तीसगढ़ की व्यवस्था को जानने के लिए हाल ही में श्री त्रिपाठी को बुलाया था और उनसे जानकारी ली। श्री त्रिपाठी बताते हैं कि कुछ तकनीकी वजहों से मध्यप्रदेश में इस तरह की व्यवस्था लागू करने में अभी समय लगेगा।

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