कोरबा। कोरबा वन मंडल क्षेत्र में 9 दिनों से बीमार हाथी का इलाज चल रहा है, गंभीर रूप से बीमार हाथी का इलाज करने रायपुर, बंगलुरू के बाद अब दिल्ली से विशेषज्ञों की दल पहुंची है। जांच के दौरान पता चला कि हाथि के मुँह में छाला (स्ट्रोमाइटिस) हुआ है।
अभी तक हाथी के स्वास्थ्य में सुधार नही हुआ है। दिल्ली से विशेषज्ञों की टीम ने सोमवार को कोरबा पहुँची और मंगलवार को कोरबा वन मंडल क्षेत्र के कुदमुरा रेंज में कटरा डेरा गांव पहुंचकर गंभीर रूप से बीमार हाथी के विषय में आवश्यक जानकारी जुटाई और उसके उपचार के के लिए अन्य चिकित्सकों विशेषज्ञों से बात चीत की।
विशेषज्ञों से मिली जानकारी के अनुसर 9 दिनों से एक ही स्थिति में सोये रहने से हाथी की त्वचा कमजोर हो रही है। हाथी के मुँह में छाले (स्ट्रोमाइटिस) हो गया है जिसके कारण उसे निगलने में समस्या हो रही है। स्ट्रोमाइटिस के इलाज के लिए दवाइयों के अलावा ग्लिसरीन और हल्दी का पेस्ट और शहद का लैप लगाया जा रहा है। हाथी के स्वस्थ होने के लिए अपने शरीर के हिसाब से स्वयं से खाना खाना बहुत जरूरी हो गया है ।