आधे पानी का ले रहे हैं पूरा पैसा
भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन के द्वारा टाउनशिप के आवासों से जलकर की हो रही वसूली पर प्रश्नचिन्ह लगाया जा रहा है। बीएसपी के द्वारा दिन में दो वक्त पानी दिये जाने के लिए प्रतिमाह दो सौ रूपये जलकर वसूलने का मापदण्ड तय किया गया है। अब जब नल ही एक वक्त खुल रहा है, तो फिर जलकर की राशि को आधा नहीं किये जाने पर सवाल उठ रहा है।
टाउनशिप के आवासों से प्रतिमाह संयंत्र प्रबंधन द्वारा पेयजल की दी गई सुविधा के बदले में दो सौ रूपये की राशि जलकर के रूप में ली जाती है। यह दर तब से लागू हेै जब टाउनशिप में सुबह आर शाम को दोनों पालियों में जलापूर्ति होती थी। वर्तमान में गर्मी के मौसम की दस्तक के साथ ही संयंत्र प्रबंधन द्वारा पानी की कमी का हवाला देकर एक वक्त जलापूर्ति की जा रही है। लेकिन प्रतिमाह दो सौ रूपये की वसूली में कोई मुरव्वत नहीं दी जा रही है।
नागरिकों का कहना है कि, जब दो वक्त पानी के लिए दो सौ रूपये जलकर प्रतिमाह निर्धारित है तो फिर पानी एक वक्त दिये जाने के दौरान प्रतिमाह एक सौ रूपये की वसूली होनी चाहिये।
एटक युनियन के नेता विनोद सोनी ने एक वक्त पानी मिलने के बावजूद दो सौ रूपये की हो रही वसूली को संयंत्र प्रबंधन की ज्यादती करार दिया है। सोनी ने कहा कि, दो वक्त पानी के लिए प्रतिमाह दो सौ रूपये जलकर निर्धारित है, तो फिर प्रबंधन को मानवीय आधार पर एक वक्त पानी की व्यवस्था लागू होने की अवधि में जलकर की राशि को आधी कर देनी चाहिए।
श्रमिक नेता बृजबिहारी मिश्रा ने कहा कि, जलसंकट के दौरान संंयंत्र प्रबंधन एक वक्त पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करता है। इस निर्णय का पालन आवासों में रहने वाले सभी परिवार करते हैं। लेकिन पानी की कटौती के बदले में उन्हें कुछ नहीं मिलता इसलिए संयंत्र प्रबंधन को चाहिए कि, वह जब-जब एक वक्त पानी दिया जाये तब जल कर को आधा करके लोगों को राहत प्रदान करें।