राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा गंभीर संकट का इशारा

लोगों को सर्तक और सावधानी के साथ सामाजिक दूरी का कड़ाई से पालन करना होगा
कोरोना संक्रमितों की रफ्तार यही रही तो संपूर्ण लॉकडाउन फिर से हो सकता है लागू
रायपुर।
राज्य में जिस तेजी से कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है, इसे देखते हुए शासन-प्रशासन ने आमजनता से कोरोना को लेकर जारी नियमों का कड़ाई से पालन करने की पुन: अपील की है।
छत्तीसगढ़ में अब कोरोना मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। यह स्थिति प्रवासी मजदूरों के आवाजाही बढऩे के बाद से ही शुरू हुई है। इसके बाद लॉकडाउन का प्रदेशवासी सख्ती से पालन कर रहे थे और इससे प्रदेश कोरोना संक्रमण से काफी हद तक सुरक्षित बना हुआ था। लॉकडाउन में सख्ती के दौरान प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों के सामने आने का आंकड़ा काफी नियंत्रित था और प्रदेश में एक्का-दुक्का मरीज ही सामने आ रहे थे। लेकिन लॉकडाउन-3 के समाप्त होते ही जब से प्रवासी मजदूरों की आमदरफ्त बढ़ी है, तभी से प्रदेश में कोरोना पीडि़त मरीजों की संख्या में बाढ़ सी आ गई है। प्रदेश में रोजाना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। यह शासन-प्रशासन के लिए एक गंभीर चुनौती बनकर उभर रही है। प्रदेश में रोजाना कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढऩे से अधिकारी भी सकते में आ गए हैं। अब तक एम्स रायपुर में मरीजों के स्वस्थ्य होने की रफ्तार सबसे अधिक थी, लेकिन वर्तमान में यह आंकड़ा गड़बड़ा गया है और अब मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जानकारों की माने तो यह लॉकडाउन में मिली छूट का गलत लाभ उठाने के कारण हो रहा है। लॉकडाउन का जब तक सख्ती से पालन हो रहा था प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या सीमित थी और इनके ठीक होने का प्रतिशत देश भर में सर्वाधिक था। आज यह आंकड़ा उल्टा होता जा रहा है। अब मरीजों के ठीक होने की रफ्तार तो वही है, लेकिन नए मरीजों की संख्या दिनप्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इधर स्वास्थ्य मंत्री की ओर से भी यह बयान आ गया है कि लोगों को सर्तक और सावधान रहने की नितांत जरूरत है। हमारी लापरवाही गंभीर संकट पैदा कर सकती है और इसका लक्षण अभी से नजर आने लगा है। लोगों को सामाजिक दूरी का और शासन के दिशा-निर्देश का कड़ाई से पालन करना होगा तभी इस संकट से मुक्ति पाई जा सकती है। दूसरी ओर जानकारों ने यहां तक दावा कर दिया है कि प्रदेश में यदि कोरोना संक्रमितों की रफ्तार यही रही तो प्रदेश की एक बड़ी आबादी इसकी चपेट में आ सकती है। हालांकि शासन-प्रशासन ने मरीजों की संख्या में इजाफा होने की संभावना पहले ही भांपते हुए प्रदेश में कोरोना के उपचार के लिए कई सेटअप तैयार कर लिया है, कई क्वारंटाइन सेंटर भी बना लिया है। लेकिन यदि रफ्तार यही रही तो शासन की सारी तैयारियां भी कम पड़ जाएगी। ऐसी स्थिति में एक बार फिर से पूरे प्रदेश में लोगों की आवाजाही रोकनी पड़ेगी और संपूर्ण लॉकडाउन लगाया जाना आवश्यक हो जाएगा।

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