विश्वकप के पहले मैच में मैदानी अंपायर होंगे मेनन और धर्मसेना

दुबई
भारत के नितिन मेनन और श्रीलंका के कुमार धर्मसेना पांच अक्टूबर को इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले वनडे विश्व कप के पहले मैच में मैदानी अंपायर की भूमिका निभाएंगे जबकि एंडी पाइक्रॉफ्ट मैच रेफरी होंगे।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने शुक्रवार को यह घोषणा की। आईसीसी के अनुसार अहमदाबाद में होने वाले टूर्नामेंट के शुरुआती मैच में पॉल विल्सन टीवी अंपायर और शरफुद्दौला इब्ने शैद चौथे अंपायर की भूमिका निभाएंगे।

विश्व कप में कुल 16 अंपायर अपनी सेवाएं देंगे। इनमें आईसीसी के एमिरेट्स एलीट पैनल के सभी 12 अंपायर और आईसीसी इमर्जिंग अंपायर पैनल के चार सदस्य शामिल हैं।

लॉर्ड्स में विश्वकप 2019 के फाइनल के लिए नियुक्त किए गए चार अंपायरों में से तीन – धर्मसेना, मराइस इरास्मस और रॉड टकर इस सूची में शामिल हैं। केवल अलीम दार इस सूची में शामिल नहीं है। उन्होंने इस साल मार्च में एलीट पैनल से इस्तीफा दे दिया था।

आईसीसी एलीट पैनल के चार मैच रेफरी जेफ क्रो, एंडी पाइक्रॉफ्ट, रिची रिचर्डसन और श्रीनाथ विश्व कप में अपनी सेवाएं देंगे। लीग चरण के सभी मैचों के लिए अंपायर और मैच रेफरी की घोषणा कर दी गई है। सेमीफाइनल और फाइनल के लिए मैच अधिकारियों की घोषणा बाद में की जाएगी।

विश्व कप के लिए नियुक्त किए गए अंपायर इस प्रकार हैं- क्रिस ब्राउन, कुमार धर्मसेना, मराइस इरास्मस, क्रिस गैफ़नी, माइकल गॉ, एड्रियन होल्डस्टॉक, रिचर्ड इलिंगवर्थ, रिचर्ड केटलबोरो, नितिन मेनन, अहसान रज़ा, पॉल रिफ़ेल, शरफुद्दौला इब्ने शैद, रॉड टकर, एलेक्स व्हार्फ, जोएल विल्सन और पॉल विल्सन।

विश्वकप के बाद घुटने का ऑपरेशन करवा सकते हैं स्टोक्स, भारत के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में खेलना संदिग्ध

कार्डिफ
इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स एकदिवसीय विश्वकप के बाद अपने घुटने का ऑपरेशन करवा सकते हैं जिस कारण उनका अगले साल भारत के खिलाफ होने वाली पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला में खेलना संदिग्ध है।

विश्व क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरों में से एक स्टोक्स को घुटने की चोट के कारण इस साल ग्रीष्मकालीन सत्र में गेंदबाजी करने में परेशानी हुई। वह आस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतिम तीन टेस्ट मैचों में एक तरह से विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में खेले तथा न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे श्रृंखला में भी वह यही भूमिका निभाएंगे।

स्टोक्स ने कहा कि वह विश्वकप के बाद अपने घुटने का ऑपरेशन करवाने की योजना बना रहे हैं लेकिन उन्होंने इस बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे से पूर्व संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि क्या होने जा रहा है। मुझे नहीं लगता कि इस बात को बताने का यह सही समय है कि मैं क्या करने जा रहा हूं।”

स्टोक्स ने कहा, ‘‘मैं कुछ विशेषज्ञों से बात कर रहा हूं। हमारी एक योजना है। यह अच्छा है कि विश्वकप के बाद हमारे पास एक अच्छी योजना है जिस पर हम अमल कर सकते हैं।”

उन्होंने कहा, ‘‘मैं अगले ग्रीष्मकालीन सत्र में एक अदद ऑल राउंडर के रूप में खेलना चाहता हूं। मेरी योजना इन सर्दियों में विश्व कप में खेलना और उसके बाद घुटने की समस्या से निजात पाना है।”

इंग्लैंड का टेस्ट कप्तान अगर विश्वकप के बाद घुटने का ऑपरेशन करवाता है तो फिर उनका भारत के खिलाफ 25 जनवरी से शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला तक फिट होने की संभावना कम है।

किसी भी खिलाड़ी को घुटने के ऑपरेशन के बाद उससे उबरने में आठ से 12 सप्ताह तक लग जाते हैं। ऐसे में स्टोक्स आईपीएल के दौरान ही प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी कर पाएंगे।