UP के इन शहरों से रामनगरी अयोध्या जाने के होंगे छह प्रवेश द्वार, सभी पर बनेंगे लग्जरी होटल

यूपी  

रामनगरी अयोध्या को जोड़ने वाले सभी प्रमुख छह मार्गों पर बनने वाले 6 प्रवेशद्वार पर लग्जरी होटल समेत तमाम सुविधाओं से युक्त प्लाजा श्रद्धालुओं का स्वागत करेंगे। रायबरेली, सुल्तानपुर,लखनऊ, गोंडा, बस्ती, अंबेडकरनगर को जोड़ने वाले इन मार्गो पर अयोध्या से औसतन आठ किलोमीटर की दूरी पर ये प्रवेश द्वार बनेंगे। इन प्रवेश द्वार पर ही अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को पार्किंग, रेस्टोरेंट, शौचालय, डारमेट्री व लग्जरी होटल जैसी सुविधाएं मिलेंगी। खास ये है कि इनमें से तीन द्वार पर जमीन खरीद ने का काम पूरा कर लिया गया है।

लखनऊ से आने वाले श्रद्धालुओं का फिरोजपुर गेट पर स्वागत
लखनऊ से आने वाले श्रद्धालुओं को शहर से सटे हाइवे पर ही फिरोजपुर के पास भव्य गेट स्वागत करेगा। इसी गेट पर सारी सुविधाएं श्रद्धालुओं को मिल जाएंगी। इसी तरह से रायबरेली से आने वालों के लिए शहर से 8 किलोमीटर पर सरियावां के पास भव्य प्रवेशद्वार बनाया जा रहा है।अंबेडकरनगर की ओर से आने वालों को राजेपुरसराय के पास प्रवेशद्वार के लिए जमीन ली जा रही है। कार्यदायी संस्था अयोध्या विकास प्राधिकरण रहेगी। इन तीनों द्वार के लिए जमीनों का बैनामा हो चुका है।
 
प्रवेशद्वार के बाद शहर में ई वाहनों से होगा प्रवेश
अयोध्या के अंदर भीड़ के लोड को कम करने की नीयत से प्रशासन इन प्रवेशद्वारों पर ही श्रद्धालुओं के वाहनों को ज्यादा से ज्यादा रोकने की योजना पर काम कर रहा है। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी आरपी यादव कहते हैं कि इन्हीं प्रवेशद्वारों पर श्रद्धालुओं का अपने वाहनों से आने पर उनके वाहनों की पार्किंग की सुविधा मिलेगी। श्रद्धालु यहां अपना वाहन रखकर स्नान आदि करके , यहीं पर मिलने वाले ई बसों से मंदिर के लिए प्रस्थान कर सकेंगे। इससे वाहनों की भीड़ व अनावश्यक जाम से शहरियों को मुक्ति मिलेगी।

इन्हीं प्रवेशद्वारों के पास विकसित होंगे बाजार  
प्रयागराज व सुल्तानपुर से आने वाले श्रद्धालुओं को शहर से 8 किलोमीटर दूरी पर मैनुद्दीनपुर के पास गेट बनाया जाएगा।वहीं बस्ती रोड पर इस्माइलपुर व गोंडा के लिए कटरा भोचंद के पास प्रवेश द्वार के लिए जगह चिन्हित की गई है। बताया जाता है कि इन्हीं प्रवेशद्वारों पर ही आगे चलकर बड़े बाजार विकसित करने की भी योजना है।

क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी, आरपी यादव ने कहा कि इन प्रवेशद्वारों पर पांच हेक्टेयर जमीन के आधे हिस्से में प्रशासन पार्किंग, डारमेट्री समेत हर सुविधा देगी जिसकी जरूरत यहां आने वालेां को होगी। बाकी के हिस्से में प्रशासन व्यवसाइयों को लग्जरी होटलों व बड़े रेस्तरां समूहों के लिए रखेगी।