कास्टिंग काउच के लिए कोड वर्ड का होता है इस्तेमाल: शर्लिन चोपड़ा

ऐक्ट्रेस शर्लिन चोपड़ा अपने बिंदास अंदाज के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने फिल्मी पर्दे से भले ही दूरी बना रखी हो लेकिन सोशल मीडिया काफी ऐक्टिव रहती हैं और फैंस के लिए विडियोज और फोटोज शेयर करती रहती हैं। बॉलिवुड इंडस्ट्री में मीटू अभियान के समय कई सिलेब्स ने अपने अनुभव को शेयर किया था। शर्लिन चोपड़ा ने बताया कि फिल्म इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच के लिए कोड वर्ड का इस्तेमाल होता है। शर्लिन चोपड़ा ने बताया कि शुरुआत में जब मैं निर्माताओं को काम के लिए अप्रोच करती थी, अपना परिचय देती थी तो वह मुझे डिनर पर बुलाते थे। वह रात में 11 से 12 बजे डिनर पर बुलाते थे। तब मुझे इस बात आइडिया नहीं था। शर्लिन चोपड़ा ने बताया कि बाद में समय आया कि डिनर का मतलब क्या होता है। मेरे साथ 4 से 5 बार हुआ। फिर मुझे पता चला कि डिनर का मतलब मेरे पास आओ बेबी है। शर्लिन चोपड़ा ने कहा कि मैंने फैसला किया कि मुझे डिनर नहीं करना है। फिर भी कोई मुझे डिनर कोड वर्ड के साथ कुछ कहता था तो मैं कहती थी डिनर नहीं करतीं हूं। मेरी डाइट चल रही है। शर्लिन चोपड़ा ने कई फिल्मों में काम किया है। इसके अलावा वह बिग बॉस 3 में नजर आई थीं।

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