स्पेस-X ने 4 देशों के 4 अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन भेजा, जानिए मिशन की खासियत

नई दिल्ली
एलन मस्क की स्पेस एजेंसी स्पेस-एक्स ने चार अंतरिक्ष यात्रियों को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन भेजा है। एजेंसी का स्पेसएक्स क्रू-7 मिशन नासा का सातवां वाणिज्यिक क्रू रोटेशन मिशन है। ये रॉकेट रविवार सुबह स्थानीय समयानुसार 3 बजकर 27 मिनट पर फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया। दिलचस्प बात ये है कि इमसें सवार चारों अंतरिक्ष यात्री चार अलग-अलग देशों के हैं। यह पहला अमेरिकी प्रक्षेपण था जिसमें प्रत्येक अंतरिक्ष यान की सीट पर एक अलग देश का कब्जा था। अब तक, नासा ने हमेशा अपनी स्पेसएक्स उड़ानों में अपने दो या तीन अंतरिक्ष यात्रियों को शामिल किया था।

 रिपोर्ट के मुताबिक, यात्रियों को स्पेस स्टेशन तक पहुंचने में करीब 29 घंटे लगेंगे। इसके बाद वहां मौजूद 4 एस्ट्रोनॉट्स को वापस पृथ्वी पर लाया जाएगा। क्रू-7 मिशन में नासा के एस्ट्रोनॉट के अलावा डेनमार्क, जापान और रूस के अंतरिक्ष यात्री 6 महीने के मिशन के लिए स्पेस स्टेशन गए हैं। क्रू-7 में सवार चार वैज्ञानिकों में मिशन कमांडर और नासा के अंतरिक्ष यात्री जैस्मीन मोघबेली, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) के अंतरिक्ष यात्री और मिशन पायलट एंड्रियास मोगेंसन, जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JXA) के अंतरिक्ष यात्री सातोशी फुराकावा और रूसी अंतरिक्ष यात्री रोस्कोस्मोस के कॉन्स्टेंटिन बोरिसोव हैं।

  नासा की मोघबेली और रूसी स्पेस एजेंसी के वैज्ञानिक बोरिसोव के लिए यह पहली अंतरिक्ष यात्रा है। वहीं मोगेंसेन और फुराकावा दूसरी बार अंतिरक्ष के सफर पर हैं। नासा की जैस्मीन मोघबेली ने कक्षा से रेडियो संदेश दिया, “हम एक साझा मिशन के साथ एक एकजुट टीम हैं।” यह मिशन पृथ्वी पर मानवता को लाभ पहुंचाते हुए, चंद्रमा, मंगल और उससे आगे के मिशनों की तैयारी के लिए 200 से अधिक विज्ञान प्रयोगों और प्रौद्योगिकी प्रदर्शनों का संचालन करेगा। नासा के एडमिनिस्ट्रेटर बिल नेल्सन के मुताबिक, “अमेरिकी प्रतिभा की शक्ति और साथ मिलकर काम करने पर हम क्या हासिल कर सकते हैं, क्रू-7 इसका एक चमकदार उदाहरण है।” उन्होंने कहा कि दुनिया भर के देशों के साथ साझेदारी करके, नासा सर्वश्रेष्ठ कार्य कर रहा है। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के महानिदेशक जोसेफ एशबैकर ने लिफ्टऑफ से कुछ मिनट पहले कहा, “अंतरिक्ष को एक्सप्लोर करने के लिए, हमें इसे एक साथ करने की जरूरत है। अंतरिक्ष वास्तव में वैश्विक है, और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग महत्वपूर्ण है।”
 
अंतरिक्ष यात्रियों की पृष्टभूमि
जैस्मीन मोघबेली- द गार्जियन के मुताबिक मोघबेली के माता-पिता 1979 की क्रांति के दौरान ईरान से भाग गए थे। मोघबेली का जन्म जर्मनी में हुआ। फिर वह परिवार सहित अमेरिका चली गई जहां न्यूयॉर्क में उसकी शिक्षा-दीक्षा हुई। इसके बाद मोघबेली US नेवी में शामिल हो गईं। पहली बार अंतरिक्ष जा रही मोघबेली को उम्मीद है कि वह ईरानी लड़कियों को दिखाएगी कि वे भी ऊंचे लक्ष्य रख सकती हैं। उड़ान से पहले मोघबेली ने कहा, ” खुद पर यकीन रखना आपको मजबूत बनाता है।” एंड्रियास मोगेंसन- इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त करने के बाद मोगेन्सन ने पश्चिमी अफ्रीकी तट पर ऑयल ड्रिलिंग से जुड़ा काम किया। उनकी योग्यता को देख लोगों ने उनसे पूछा कि वे अच्छी डिग्री लेकर ऐसा काम क्यों कर रहे हैं तो उनका जवाब था कि भविष्य में हमें स्पेस में ड्रिल करने वालों की जरूरत होगी। वे हॉलीवुड फिल्म आर्मगेडन में ब्रूस विलिस के चरित्र से काफी प्रभावित हैं। मोगेंसन डेनमार्क के पहले अंतरिक्ष यात्री भी हैं। सातोशी फुराकावा- जापान के अंतरिक्ष यात्री कट बनाने से पहले फुरुकावा ने एक सर्जन के रूप में एक दशक बिताया। यह उनका दूसरा अंतरिक्ष दौरा है। कॉन्स्टेंटिन बोरिसोव- अंतरिक्ष में नौसिखिया बोरिसोव ने बिजनेस की पढ़ाई के बाद इंजीनियरिंग की ओर रुख किया। वह मॉस्को में एक फ्रीडाइविंग स्कूल चलाते हैं। बोरिसोव इस गेम को भी जज करते हैं जिमें गोताखोर ऑक्सीजन टैंक से दूर रहते हैं और पानी के भीतर अपनी सांस रोकते हैं। उनका कहना है कि सभी अंतरिक्ष यात्रियों के अलग-अलग देशों से होने का सबसे बड़ा फायदा उनका खाना होता है। फ़ारसी जड़ी बूटी वाला स्टू, डेनिश चॉकलेट और जापानी मैकेरल उनका पसंदीदा व्यंजन है।