रक्षाबंधन जैसे त्यौहार में ट्रेनों को रद्द करना लाखों भाई-बहनों की आस्था से खिलवाड़: विकास

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रायपुर

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं संसदीय सचिव छत्तीसगढ़ विकास उपाध्याय ने केन्द्र सरकार पर ट्रेनों के अनियमित चालन को लेकर जमकर हमला बोला उन्होने कहा कि अचानक कब कितनी ट्रेने रद्द हो जाती है यह समाचार पत्रों में पढ़कर पता चलता है।

ये खेल काफी समय से चल रहा है और आम लोगों की परेशानी का मोदी जी को कोई फिक्र नहीं है। सामने रक्षा बंधन का त्यौहार है ऐसे में भाई-बहनों को मिलने से रोकने का कुंठित चाल है। शर्म की बात है कि छत्तीसगढ़ भाजपा के नेता चुप्पी साधे बैठे हैं। एक तरफ पैसेन्जर ट्रेनें रद्द कर रहे हैं और दूसरी ओर उद्योगपतियों को फायदा पहुँचाने मालगाडियों के परिचालन में लगातार वृद्धि की जा रही है क्या देश मे टे्रनों का संचालन में अडानी-अंबानी के कहने पर होगा। यदि जल्द ही व्यवस्था नहीं सुधरी तो बड़ा आंदोलन किया जायेगा।

उपाध्याय ने कहा कि प्रमुख त्यौहारों का चलन शुरू हो चुका है, ऐसे में देश के नागरिकों को परेशान करना अत्यंत दुखदायी है। रक्षाबंधन, गणेशोत्सव, दुर्गोत्सव, दीपावली एवं अन्य त्यौहार जिसमें देश के सभी नागरिकों के सबसे कम खर्च में आवागमन का साधन एकमात्र ट्रेन ही है, उसको बीजेपी सरकार द्वारा रद्द करना बहुत ही कटु व्यवहार है। आमजनों के लिए चल रही पैसेन्जर ट्रेनों को रद्द कर अब पटरियों पर सिर्फ मालगाडियों को चलाने का निर्देश दिया जा रहा है। कोरोना काल के बाद से ट्रेनें न तो समय पर चल रही हैं, न ही लोगों को इसका लाभ मिल पा रहा है।

बल्कि कोरोना के समय से जो टिकट दर बढ़ाई गई थी उसे अब तक कम नहीं किया गया है। जो ट्रेनें पिछले कई वर्षों से चल रही थी, वो अभी न तो समय पर चल रही है, बल्कि आये दिन उन ट्रेनों को रद्द कर दिया जाता है और वहीं झूठी वाहवाही के लिए वंदे भारत ट्रेन चालू किया गया है, जबकि उसकी टिकट दर अन्य ट्रेनों की अपेक्षा तीन गुना अधिक है। इसके साथ ही बीजेपी सरकार लगातार बड़े-बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुँचाने के लिए मालगाडियों के परिचालन में बढ़ोतरी करते जा रही है। यह सब करके बीजेपी सरकार सिर्फ जनता को गुमराह कर रही है एवं उनकी सीधी-साधी भावनाओं का फायदा उठा रही है। लेकिन यदि आने वाले दिनों में ट्रेनों की व्यवस्था सुधरी नहीं तो हमारे द्वारा बीजेपी सरकार के खिलाफ बड़ा आन्दोलन किया जायेगा।