छत्तीसगढिय़ा मजदूरों को देश के विभिन्न क्षेत्रों से निकालने चलेंगी ट्रेने

वर्तमान में केन्द्र की ओर से तीन ट्रेने चलाने की जानकारी
रायपुर।
देशभर में जारी लॉकडाउन के बीच छत्तीसगढ़ के मजदूरों को वापस प्रदेश में लाने के लिए लगातार प्रयासरत छत्तीसगढ़ सरकार को 3 विशेष टे्रन की अनुमति मिलने की जानकारी सामने आ रही है।
सूत्रों ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते देशभर में जारी लॉकडाउन के बीच अब मजदूरों को विशेष ट्रेने से उनके गृह राज्य और शहर भेजने के लिए विशेष टे्रनें चलाई जा रही है। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ सरकार ने भी देशभर में फैले छत्तीसगढ़ के मजदूरों को वापस राज्य में लाने के लिए स्पेशल टे्रन चलाने की मांग की थी। बताया जाता है कि इसके लिए 3 स्पेशल टे्रन चलाने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है। सूत्रों की माने तो अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों को अब दिल्ली, जम्मू-कश्मीर और गुजरात से चलने वाली विशेष टे्रनों से छत्तीसगढ़ तक लाया जाएगा। केन्द्र सरकार ने छत्तीसगढ़ के प्रवासी मजदूरों को वापस छत्तीसगढ़ भेजने के लिए केवल तीन टे्रन चलाने की अनुमति दी है। यह टे्रन दिल्ली, जम्मू और सूरज-गुजरात से छूटेंगी। दूसरी ओर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केन्द्रीय रेलमंत्री पीयूष गोयल से प्रवासी मजदूरों को निकालने के लिए 28 टे्रन चलाने की मांग की थी, लेकिन अब जानकारी निकलकर सामने आ रही है कि प्रवासी मजदूरों को निकालने के लिए केवल तीन टे्रनें चलाने की अनुमति दी गई है। हालांकि इस बात की पुष्टि भी नहीं हुई है कि केवल तीन टे्रनें चलाने की अनुमति दी गई है। दूसरी ओर सूत्रों ने बताया कि राज्य शासन की ओर से जम्मू से रायपुर और बिलासपुर के लिए आधा दर्जन टे्रनें चलाने की मांग की थी। इसी तरह उत्तरप्रदेश के लखनऊ से रायपुर-बिलासपुर के 3 ट्रेनें, दक्षिण भारत में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए चेन्नई से रायपुर-बिलासपुर के 1 ट्रेन, महाराष्ट्र से मजदूरों को निकालने के लिए पुणे से रायपुर-बिलासपुर के 2 ट्रेनें , गुजरात की ओर फंसे मजदूरों को निकालने के लिए सूरत-अहमदाबाद से रायपुर 1 ट्रेन, पश्चिम बंगाल के कोलकाता से रायपुर 1 ट्रेन, राजस्थान के जयपुर से रायपुर 1 ट्रेन, बिहार पटना से दुर्ग के लिए 1 ट्रेन चलाने का आग्रह किया था। हालांकि इस बात की अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है कि रेल मंत्रालय से राज्य सरकार के आग्रह पर कितनी टे्रनों की अनुमति दी है, पर यह माना जा रहा है कि छत्तीसगढिय़ा मजदूरों की अधिक संख्या को देखते हुए फिलहाल तीन टे्रनें चलाने की अनुमति दी गई है।

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