अभिनेत्री हुमा कुरैशी का कहना है कि सोशल डिस्टेंसिंग का अभ्यास करना एक लग्जरी है और इस वक्त हमारा उनके बारे में सोचना जरूरी है, जिनके पास यह लग्जरी नहीं है। हुमा ने कहा, हमें उन लोगों के बारे में सोचने की जरूरत है, जिनके पास रहने के लिए या तो एक छोटा सा घर है या वह भी नहीं है और इस मुश्किल घड़ी में वे किस तरह से अपना गुजर बसर कर रहे हैं।
वह आगे कहती हैं, सोशल डिस्टेंसिंग एक लग्जरी है, कुछ ऐसा जो आपके और हमारे पास है। ऐसे कई सारे लोग हैं, जिनके पास यह नहीं है और हमें उनके बारे में वाकई में सोचने की जरूरत है।
अभिनेत्री ने हाल ही में इस विषय पर भी बात की कि सड़कों पर रहने वाले बच्चों के लिए चिंता करना कितना महत्वपूर्ण है, जिन पर जारी इस महामारी में खतरा बहुत ज्यादा है। हुमा ने हाल ही में बच्चों की सुरक्षा के लिए एक गैर-लाभकारी संगठन और उनके 21 दिवसीय अभियान की ओर मदद का हाथ बढ़ाया, जिसका लक्ष्य पूरे भारत में सड़कों पर रहने वाले बीस लाख से अधिक बच्चों पर ध्यान केंद्रित करना था। वह इस एनजीओ द्वारा शुरू किए गए एक टेलीथॉन में भी शामिल हुई थीं, जिसका नाम मेकिंग द इनविजिबल विजिबल था।