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कप्तान जसप्रीत बुमराह की शानदार वापसी से उत्साहित भारतीय टीम रविवार को यहां आयरलैंड के खिलाफ होने वाले दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में जीत दर्ज करके तीन मैचों की श्रृंखला में अजेय बढ़त हासिल करने की कोशिश करेगी।
भारत इसके साथ ही बेहतर मौसम की भी उम्मीद करेगा जिससे उसके युवा बल्लेबाजों अपना कौशल दिखाने का मौका मिलेगा।
बुमराह की अगुवाई वाले गेंदबाजी आक्रमण ने श्रृंखला के पहले मैच में आयरलैंड को सात विकेट पर 139 रन ही बनाने दिए। लेकिन भारतीय पारी में बारिश के कारण उसके मध्यक्रम के बल्लेबाजों को खेलने का मौका नहीं मिला।
भारतीय टीम ने जब 6.5 ओवर में दो विकेट पर 47 रन बनाए थे कभी बारिश आ गई जिसके कारण आगे का खेल नहीं हो पाया। भारत ने यह मैच डकवर्थ लुईस पद्धति से दो रन से जीता।
भविष्य के भारतीय बल्लेबाजों की सूची में शामिल शिवम दुबे, रुतुराज गायकवाड और रिंकू सिंह जैसे बल्लेबाज उम्मीद कर रहे होंगे कि उन्हें क्रीज पर पर्याप्त समय बिताने का मौका मिलेगा।
पहले मैच में अच्छी शुरुआत के बाद आउट होने वाले सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल बड़ी पारी खेलने का प्रयास करेंगे जबकि पहली गेंद पर आउट होने वाले तिलक वर्मा भी वेस्टइंडीज दौरे की अपनी फॉर्म बरकरार रखने की कोशिश करेंगे।
भारत के शीर्ष क्रम में अधिकतर वही खिलाड़ी हैं जिन्होंने हाल में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। सूर्यकुमार यादव, रोहित शर्मा, विराट कोहली, शुभमन गिल और हार्दिक पंड्या की अनुपस्थिति में खेल रही भारतीय टीम की बल्लेबाजी में विकेटकीपर संजू सैमसन ही कुछ अनुभवी हैं।
चोटों के कारण परेशान रहे ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने का अनुभव रखते हैं और बुमराह बल्लेबाजी में उनकी सेवाएं भी ले सकते हैं।
बुमराह और प्रसिद्ध कृष्णा ने चोटों से उबरने के बाद शानदार वापसी की। इन दोनों तेज गेंदबाजों ने पहले मैच में दो-दो विकेट लिए। कृष्णा का यह खेल के सबसे छोटे प्रारूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहला मैच भी था।
यहां जिस तरह की परिस्थितियां हैं उसमें टॉस की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। भारत इस मामले में पहले मैच में भाग्यशाली रहा। मैच में दो विकेट लेने वाले लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने बाद में स्वीकार किया कि भारत को टॉस जीतने का फायदा मिला।
जहां तक आयरलैंड का सवाल है तो उसकी टीम बुमराह से पहले ओवर में मिले दो झटकों से वापसी करने में सफल रही थी। उसकी टीम को अगर सीनियर खिलाड़ियों की अनुपस्थिति के बावजूद मजबूत भारतीय टीम को चुनौती देनी है तो उसे खेल के हर विभाग में अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
आयरलैंड को यदि भारत के सामने चुनौती पेश करनी है तो उसके अनुभवी खिलाड़ियों पॉल स्टर्लिंग, एंड्रयू बालबर्नी, जोशुआ लिटिल, क्रेग यंग और जॉर्ज डॉकरेल को अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
टीम इस प्रकार हैं:
भारत: जसप्रीत बुमराह (कप्तान), रुतुराज गायकवाड़ (उप-कप्तान), यशस्वी जयसवाल, तिलक वर्मा, रिंकू सिंह, संजू सैमसन (विकेटकीपर), जितेश शर्मा (विकेटकीपर), शिवम दुबे, वाशिंगटन सुंदर, शाहबाज़ अहमद, रवि बिश्नोई, प्रसिद्ध कृष्णा, अर्शदीप सिंह, मुकेश कुमार, आवेश खान।
आयरलैंड: एंड्रयू बालबर्नी (कप्तान), हैरी टेक्टर, लोर्कन टकर, रॉस अडायर, मार्क अडायर, कर्टिस कैंपर, गैरेथ डेलानी, जॉर्ज डॉकरेल, फिओन हैंड, जोश लिटिल, बैरी मैक्कार्थी, बेन व्हाइट, क्रेग यंग, थियो वैन वेर्कोम।
मैच शुरू: भारतीय समयानुसार शाम 7:30 बजे से।
रिंकू सिंह ने कहा, अपनी मां का सपना जी रहा हूं
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अपनी मां का सपना साकार करने वाले युवा बल्लेबाज रिंकू सिंह ने कहा कि कठिन परिस्थितियों में जीने और अपने माता पिता को अच्छी जिंदगी देने की अदम्य इच्छा ने उनके लिए भारतीय टीम में जगह बनाने का मार्ग प्रशस्त किया।
रिंकू ने इंडियन प्रीमियर लीग शानदार प्रदर्शन किया जिसके कारण वह आयरलैंड के खिलाफ टी20 श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने में सफल रहे।
रिंकू ने जिओ सिनेमा से कहा, ”भारतीय टीम में शामिल होने के लिए मैंने काफी पसीना बहाया। खेल के प्रति मेरे जुनून से मुझे समर्थन की कमी और वित्तीय परेशानियों से निपटने में मदद मिली।”
इस 25 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, ”एक चीज जिसने मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया, वह थी अपने परिवार को अच्छी जिंदगी देना और यह तभी संभव था जबकि मैं खेल में आगे बढ़ता। मेरे अंदर आत्मविश्वास था और उसने मुझे मजबूत बनाया और मुझे आगे बढ़ने में मदद की।”
रिंकू को वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रृंखला के लिए नहीं चुना गया लेकिन आयरलैंड के खिलाफ श्रृंखला शुरू होने से पहले ही उनका सपना साकार हो गया। बारिश से प्रभावित पहले मैच में हालांकि उन्हें बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला।
रिंकू से पूछा गया कि भारतीय टीम में शामिल किए जाने पर उनके परिवार की क्या प्रतिक्रिया थी, उन्होंने कहा, ”वे बहुत खुश थे। मेरी मां हमेशा मुझसे कहती रहती थी कि अगर मुझे भारतीय टीम में जगह बनानी है तो कड़ी से कड़ी मेहनत करनी होगी और अब मैंने भारतीय टीम में जगह बना ली है, इसलिए मैं उनका सपना जी रहा हूं।” उन्होंने कहा कि वह अपने माता-पिता को गरीबी से निजात दिलाने के लिए बेताब थे।
रिंकू ने कहा, ”मैंने अपने परिवार के वित्तीय संघर्ष को देखा है और मैं क्रिकेट के जरिए उन्हें इससे बाहर निकालने में मदद करना चाहता था। उन्हें इन परेशानियों से बाहर निकालने की तीव्र इच्छा ने मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इसने मुझे कड़ी मेहनत करने और अपने प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रेरित किया।”