नई दिल्ली। देश की शीर्ष म्यूचुल फंड कंपनियों के सीईओ के वेतन में 2019-20 के दौरान बढ़ोतरी हुई। सबसे ज्यादा वेतन एचडीएफसी म्यूचुअल फंड के मिलिंद बर्वे को मिला। कारोबार में जोरदार वृद्धि के कारण ये रुझान देखने को मिले। म्यूचुअल फंड कंपनियों द्वारा सार्वजनिक किए गए आंकड़ों के विश्लेषण के अनुसार शीर्ष 12 फंड हाउसों में सीईओ को वेतन प्रबंधन के तहत परिसंपत्ति में हुई बढ़ोतरी के आधार पर निर्धारित किया जाता है।
परिसंपत्तियों में वर्ष 2019-20 में इससे पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 2-132 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, समीक्षाधीन अवधि के दौरान आदित्य बिड़ला सनलाइफ एमएफ, निप्पॉन इंडिया एमएफ और डीएसपी एमएफ के सीईओ का पारिश्रमिक 19 प्रतिशत तक घट गया। ज्यादातर कंपनियों में मुख्य निवेश अधिकारियों का वेतन भी बढ़ा।
उद्योग से जुड़े अधिकारियों के अनुसार 2019-20 का वेतन 2018-19 के मुनाफे के आधार पर निर्धारित किया गया था। इस साल इन कंपनियों का मुनाफा सबसे अधिक था। देश के दूसरे सबसे बड़े फंड हाउस एचडीएफसी एमएफ के मुख्य कार्यकारी बर्वे को वित्त वर्ष के लिए 7.43 करोड़ रुपये वेतन मिला और वह शीर्ष पर रहे।
उनके पैकेज में तीन प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। प्रतिशत के लिहाज से एसबीआई एमएफ के सीईओ अश्विनी भाटिया के वेतन में सबसे अधिक 132 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई। उनका वेतन 22 लाख रुपये से बढ़कर 51 लाख रुपये हो गया। हालांकि, भाटिया अभी भी सबसे कम वेतन पाने वाले सीईओ हैं।