कटघोरा को किया गया है पूरी तरह से सील
रायपुर। कोरोना संक्रमण के लिए हॉट स्पॉट बन चुके कोरबा जिले के कटघोरा में कल देर रात तीन और मरीज सामने आ गए। राज्य में अब कोरोना पीडि़त मरीजों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है, जबकि कल गुरूवार को ही एम्स से 6 मरीजों को स्वस्थ्य होने पर डिस्चार्ज किया गया था। इधर जानकारों का कहना है कि मरीजों के सामने आने का सिलसिला अभी अपै्रल माह के अंत तक तथा मई के प्रथम सप्ताह तक भी जारी रह सकता है। इसमें कोई अचरज की बात नहीं है, शासन-प्रशासन ने मरीजों की बढ़ती संख्या के हिसाब से पूरी तैयारी कर रखी है।
जानकारों की माने तो कोरोना संक्रमण का लक्षण 14 दिन अथवा इसके बाद नजर आता है। इस लिहाज से वर्तमान में जो मरीज सामने आ रहे हैं, वो इस माह के शुरूआत में ही संक्रमित हो चुके थे, जिनका लक्षण अब जाकर सामने आ रहा है। इसी तरह यदि वर्तमान में कोई व्यक्ति संक्रमित होगा तो इसका लक्षण माहांत तक तथा मई माह के शुरूआती सप्ताह तक सामने आएगा। हालांकि शासन-प्रशासन ने अपनी पूरी ताकत इस बात पर लगा दी है कि राज्य में अब कोई भी नागरिक संक्रमित न हो, इसके लिए लॉकडाउन के साथ ही राज्य के कई जिलों में धारा 144 लगाकर लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। 19 अपै्रल तक रायपुर के साथ ही दुर्ग जिले में भी धारा 144 लागू है। जानकारों का कहना है कि वर्तमान में जो मरीज सामने आ रहे हैं वो पूर्व में संक्रमित हो चुके थे। अब इन मरीजों के संपर्क में जो लोग आए होंगे वो फिर से 14-15 दिन बाद सामने आएंगे। लिहाजा यह कहना गलत नहीं होगा कि कोरोना संक्रमित मरीजों के सामने आने का सिलसिला अब कम होते-होते अपै्रल माह के अंत तक अथवा मई के प्रथम सप्ताह तक आ सकता है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कई बड़े अस्पतालों कों कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए अपडेट कर लिया है। राज्य में जिस तरह से कोरोना पीडि़त मरीजों की संख्या सीमित है अथवा नियंत्रित है, इससे प्रतीत होता है कि राज्य जल्द ही कोरोना संक्रमण से मुक्त हो जाएगा।