नईदिल्ली। देश में कोरोना वायरस तेजी से बढ़ता जा रहा है। देश भर में सरकार के निर्देशानुसार आगामी 3 मई तक लॉकडाउन लागू कर दिया है। जहां इस लॉकडाउन के अर्थव्यवस्था लडख़ड़ा रही है वहीं लोगों की नौकरियों पर भी तलवार लटकनी शुरू हो गई है। देश की प्रमुख ऑटो कंपनियों ने छंटनी से बचने के लिए कर्मचारियों की सैलेरी में कटौती की तैयारी कर रही है। सूत्रों के अनुसार कंपनियां कर्मचारियों को नौकरी से निकालने से बच रही है।
जानकारी के अनुसार, बजाज ऑटो और टीवीएस मोटर जैसी दोपहिया कंपनियों ने सैलरी में कटौती (थोड़े समय के लिए ही सही) का फैसला पहले ही कर लिया है। पिछले वित्त वर्ष में काफी खराब प्रदर्शन वाली अशोक लीलैंड और टाटा मोटर्स जैसी कमर्शल वीइकल कंपनियां भी जल्द ऐसा कदम उठा सकती हैं।
बजाज ऑटो ने कर्मचारियों को दिए गए एक बयान में कहा है कि, यदि आगामी 21 अप्रैल तक कंपनी के प्लांट में उत्पादन शुरू नहीं हो जाता है तो कंपनी अपने कर्मचारियों के वेतन में 10 फीसदी की कटौती कर सकती है। फिलहाल कटौती का यह आदेश प्रस्तावित मात्र है, जो कि 3 मई को लॉकडाउन हटने के साथ ही समाप्त हो जाएगा।
अशोक लीलैंड भी जल्द सैलरी में कटौती का ऐलान करने वाली है लेकिन कंपनी के प्रवक्ता ने इसे आंतरिक मामला बताकर इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
टीवीएस मोटर ने ऐनुअल सैलरी इन्क्रीमेंट का लेटर नहीं भेजा है, जबकि वह आमतौर पर यह काम 1 अप्रैल को निपटा देती थी। एक सूत्र ने बताया, ‘हमें फैक्ट्रियां खोलनी हैं, कामकाज देखना है और देखना है कि सैलरी में कितनी कटौती की जा सकती है।’ सरकार ने 25 मार्च को 14 अप्रैल तक तीन हफ्तों के लिए देशभर में लॉकडाउन लागू करने का ऐलान किया था। सरकार ने लॉकडाउन को अब बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया है।