रायपुर। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रदेशवासियों से कोरोना वायरस संक्रमण की चुनौती से निपटने के लिये की गई अपील को गम्भीरता से लेने का विश्वास दिलाया है। भाजपा ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिये प्रदेशवासी 21 दिनों के सम्पूर्ण लॉकडाऊन का पूरे संयम, संकल्प, साहस, धैर्य और अनुशासन के साथ पालन करेंगे।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेण्डी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की कोरोना संक्रमण की बढ़ती चुनौती पर चिन्ता एक प्रधानमंत्री के नाते कम, हर एक परिवार के अभिभावक के रूप में ज्यादा है। दो माह से इस वैश्विक महामारी से मुकाबला करने के बाद अबतक निकले निष्कर्षों का सार यही है कि सामाजिक अलगाव (सोशल डिस्टेंसिंग) ही इस बीमारी से हम सबको सुरक्षित कर सकता है और यह अभियान संक्रमण के चक्र को बाधित करने का रामबाण उपाय है। श्री उसेण्डी ने उम्मीद जताई कि प्रदेशवासी प्रधानमंत्री श्री मोदी के भावपूर्ण आह्वान को पूरी गम्भीरता से लेकर 21 दिनों के इस सम्पूर्ण लॉकडाऊन का पालन करते हुए कोरोना महामारी को परास्त करने में अपनी भूमिका का ईमानदारी से निर्वहन करेंगे।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा घोषित सम्पूर्ण लॉकडाऊन इस बात को रेखांकित करती है कि इस महामारी को लेकर हमारी जरा सी लापरवाही और गलत सोच एक भयावह संकट खड़ा कर सकती है और तब इस महामारी की भयावहता का अनुमान लगाना भी कठिन हो जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी को इस बात का पूरा अनुमान है कि 21 दिनों के इस सम्पूर्ण लॉकडाऊन के चलते अन्य दिक्कतों के साथ-साथ देश को बड़ी आर्थिक कीमत भी चुकानी पड़ेगी, लेकिन भारतीय जनजीवन की सुरक्षा को देखते हुए प्रधानमंत्री का यह कदम बेहद संवेदनशील है। प्रधानमंत्री ने इस बीमारी के प्रसार की प्रकृति की चर्चा करते हुए हमें सावधान किया है कि तीन सप्ताह के इस लॉकडाऊन में हमने जरा भी बूल की तो देश 21 साल पीछे चला जाएगा। डॉ. सिंह ने प्रधानमंत्री श्री मोदी के आह्वान को पूरी गम्भीरता से लेने की अपील छत्तीसगढ़वासियों से की है।
भाजपा अनुसूचित जनजाति राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद राम विचार नेताम ने कहा कि कोरोना संक्रमण की वैश्विक महामारी को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चिन्ता अकारण ही नहीं है। विश्व के कई देशों में तमाम संसाधनों और तकनीकों के बावजूद इस महामारी ने अपना प्रकोप दिखाया है और हजारों-हजार लोगों की मौत हो गई है। ऐसी स्थिति में केवल परस्पर दूरी बनाए रखकर ही इस बीमारी के संक्रमण चक्र को खत्म किया जा सकता है और यही एकमात्र उपाय हमारे लिये यह दिशा तय करेगा कि हम इस बीमारी से जल्द से जल्द भारत को मुक्त करें। श्रीनेताम ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की अपील को ध्यान में रखकर हम सब संयम और अनुशासन के साथ व्यवहार करें। हम इस बीमारी से लोगों की रक्षा करने में जुटे लोगों के लिये भी प्रार्थना करें और अपने समाज के निर्धन लोगों के स्वास्थ्य की चिन्ता भी प्राथमिकता से करें और इस कार्य के लिये निजी क्षेत्र के लोगों को सहायता के लिये आगे आना चाहिए। श्री नेताम ने इस बीमारी को लेकर अफवाहों से बचने की अपील भी की है।