छत्तीसगढ़ में पहली बार रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल, रायपुर में हार्ट ट्रांसप्लांट और यूरो रोबोटिक सर्जरी की शुरूआत

रायपुर

अत्याधुनिक चिकित्सकीय सेवाओं व सुविधाओं के लिए सबसे बड़ी और विश्वसनीय संस्थान के रूप में पहचान स्थापित कर चुके रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल के लिए यह एक और बड़ी उपलब्धि होगी इसलिए कि अब इसके लिए ऐेसे मरीजों को महानगरों तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।  

डॉक्टर ए. नागेश, कंसल्टेंट सीटीव्हीएस एंड हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जन ने कार्डयिक सर्जरी व केडावरिक हार्ट ट्रांसप्लांट के एडंवास सिस्टम के संबंध में चर्चा करते हुए बताया कि जब हार्ट कुशलता से काम करने लायक नहीं रहता है और किसी व्यक्ति का जीवन संभावित रूप से खतरे में हो तो हार्ट ट्रांसप्लांट (हृदय प्रत्यारोपण) की आवश्यकता पड़ती है। एक व्यक्ति को आम तौर पर हृदय प्रत्यारोपण की सलाह तब दी जाती है जब गंभीर हार्ट फेलियर हो,जब दिल की शरीर से चारों ओर पर्याप्त रक्त पंप करने में परेशानी हो रही हो और उसका हृदय प्रत्यारोपण के बिना जीवित बचना संभव नहीं हो। हार्ट ट्रांसप्लांट के दौरान हार्ट बाइपास मशीन आपके रक्त को प्रसारित करती रहेगी। आपरेशन से क्षतिग्रस्त हिस्से को हटा दिया जाता है और मुख्य धमनियों से जोड़ दिया जाता है। 

एक हृदय प्रत्यारोपण सामान्यत: छ: से आठ घंटे में होता है। इसके बाद भी काफी सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। एडवांस उपचार सिस्टम से जोखिम कम जरूर हो गए हैं पर खत्म नहीं हुए हैं। इसके लिए ट्रांसप्लांट सेंटर में लगातार फालोअप अपाइमेंट की जरूरत होगी।

डॉ. विवेक वेंकटरामाणी (यूरोलॉजी-गोल्ड मेडेलिस्ट सीएमसी वेलुर) एंड रोबोटिक सर्जरी (एमआईएएमआई यूएसए) ने रोबोटिक सर्जरी और यूरोलॉजी कैंसर के संबंध में बताया कि रोबोटिक सर्जरी या रोबोट-असिस्टेड सर्जरी एक तरह की न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी है, जहां रोबोटिक सर्जरी करने के लिए छोटे कीहोल के माध्यम से मानव शरीर में प्रवेश करते हैं। इन भुजाओं को एक कंसोल पर कुछ दूरी पर बैठे सर्जन द्वारा नियंत्रित किया जाता है। यूरो-आन्कोलॉजी यूरोलॉजी की एक उप-विशेषता है जो मानव मूत्र प्रणाली के कैंसर से संबंधित है, जिसमें गुर्दे, मूत्रवाहिनी, मूत्राशय, प्रोस्टेट, मूत्रमार्ग, लिंग, अंडकोष शामिल हैं।